नई दिल्ली: यूनानी, आयुर्वेदिक दवाइयाँ बनाने वाले और योग सिखाने वाले लोगों के लिए आज एक खुशखबरी सामने आ रही है।
खुशखबरी यह है कि WHO यानी वर्ल्ड हेल्थ कौंसिल ने देश की सरकार के साथ एक करार किया है जिसके तहत WHO देश में सदियों से चली जा आयुर्वेद और यूनानी तरीकों से बनी दवाइयों की पहचान कर उन्हें प्रमाणित (सर्टिफाई) करेगा ताकि इन दवाइयों को पूरी दुनिया में बे रोक-टोक बेचा जा सके।
इस बारे में WHO ने सरकार से आज एक करार भी किया है जिसके मुताबिक WHO अब योग ट्रेनिंग, आयुर्वेद और यूनानी तरीकों से इलाज, पंचकर्मा के लिए जरूरी पैमाने तय करेगा जिससे इन तकनीकों को पूरी दुनिया तक पहुँचाया जा सके।