किंगफिशर एयरलाईंस ने कई संगीन रुकावटों का सामना करते हुए आज नई फ़लाईट शुरू करने का ऐलान किया। शहरी हवा बाज़ी के रैगूलेटर डी जी सी ए ने एयरलाईंज़ की ख़िदमात के बारे में तमाम तफ्सीलात का जायज़ा लेते हुए क़वाइद की ख़िलाफ़वर्ज़ी पर इम्कानी कार्रवाई पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया।
तक़रीबन 13 बैंकों पर मुश्तमिल कनसोरशेम की जानिब से किंगफिशर एयरलाईंस को मालीयाती पैकेज के बारे में हनूज़ ग़ैर यक़ीनी कैफ़ीयत पाई जाती है। हालाँकि इससे पहले स्टेट बैंक आफ़ इंडिया ने 1650 करोड़ रुपये का रीलीफ़ पैकेज देने से इत्तिफ़ाक़ किया था।
लेकिन बैंकर्स इन मंसूबों के बारे में ख़ामोशी इख्तेयार किए हुए हैं। वज़ीर शहरी हवा बाज़ी अजीत सिंह ने अख़बारी नुमाइंदों को बताया कि अगर बैंकों को ये तिजारत मुनाफ़ा बख्श नज़र आए तो वो किंगफिशर को क़र्ज़ फ़राहम करेंगे। उन्होंने वाज़िह किया कि हुकूमत किसी भी बैंक को किसी ख़ानगी सनअत के लिए क़र्ज़ फ़राहम करने की सिफ़ारिश नहीं करेगी।
इस दौरान डावर कट् टू रेट जनरल आफ़ सियोल एवीयेशन ने किंगफिशर ओहदेदारों की जानिब से फ़राहम कर्दा तफ्सीलात का जायज़ा लेना शुरू कर दिया है। रैगूलेटर के सरबराह ई के भरत भूषण ने वज़ीर अजीत सिंह को तफ्सीलात से वाक़िफ़ करवाया और एक रिपोर्ट वज़ारत को रवाना की है ।
रैगूलेटर एयरलाईंस के नए शैड्यूल का जायज़ा ले रहा है जिसमें रोज़ाना 175 परवाज़ों को कम करके 28 परवाज़ें चलाने का ऐलान किया गया है। क़ानूनी कार्रवाई के बारे में अजीत सिंह ने कहा कि डी जी सी ए इस बारे में फ़ैसला करेगा।