किम जांग इल्ल की आख़िरी रसूमात, लाखों अफ़राद की शिरकत

सियोल 29 दिसमबर (ए एफ़ पी) शेमाली कोरिया के लाखों अवाम ने आज अपने महबूब क़ाइद किम जांग इल्ल के जसद-ए-ख़ाकी को बह दीदा नम उल-विदा कहा। आँजहानी क़ाइद के जवाँसाल फ़र्ज़ंद-ओ-जांनशीन कम जोंग इन दार-उल-हकूमत पियाइंग यांग की बरफ़पोश सड़कों से गुज़रने वाले जलूस जनाज़ा में अपने वालिद के ताबूत के साथ तक़रीबन तीन घंटों तक चलते रहे जिस का मक़सद तजज़िया निगारों ने कहा है कि अवाम में अपने इमेज को मज़ीद बेहतर बनाना है ।

इस ग़रीब लेकिन न्यूक्लीयर असलाह से लैस मलिक के आँजहानी लीडर का जलूस जनाज़ा 40 केलो मीटर की मुसाफ़ात तए करता हुआ कोमसोसान मैमोरियल पैलेस पहुंचा जहां मुतवफ़्फ़ी मर्द आहन के जसद-ए-ख़ाकी को शीशे के ताबूत में रखा गया। एक बड़ी सजी सजाई कार क़ाफ़िला में सब से आगे थी जिस पर मुस्कुराते हुए कम जोंग इल्ल का क़द आदम पोर्टरेट रखा गया था ।

ताबूत ले जाने वाली लीमोज़न को सफ़ैद फूलों से सजाया गया था और इस पर पार्टी का सुर्ख़ पर्चम उड़ाया गया था । नए हाकिम जोंग इन सख़्त सर्दी के बावजूद स्याह लिबास पहने हुए अपने वालिद के ताबूत के साथ ठहरे रहे । इस मौक़ा पर उन के इंतिहाई ताक़तवर चचा जांग सांग थाइक और दीगरओहदेदार भी मौजूद थी। फ़ौजी एज़ाज़ी गार्ड के सरबराह ने आख़िरी रसूमात के इख़तताम सेक़बल बह दीदा नम , गुलूगीर आवाज़ में कहा कि हम अपने इंतिहाई मुहतरम सुप्रीम कमांडर को उल-विदा कहने के लिए परेड मुनज़्ज़म कर रहे हैं।