किलर्स रोबोट: असलहे की नई दौड़

मस्नूई ज़हानत के हामिल किलर्स रोबोट्स साईंस फ़िक्शन का कोई किरदार दिखाई देते हैं लेकिन ये हथियार इंसानों के लिए डरावने ख़ाब से भी ज़्यादा ख़ौफ़नाक साबित हो सकते हैं।

किलर्स रोबोट्स के नज़रिए को बज़ाहिर मशहूर बर्तानवी साईंसदान स्टीफ़न हॉकिंग और ऐपल टैक्नोलॉजी के शरीक बानी स्टीव ने किसी हद तक पसंद किया है लेकिन साईंसदानों की एक बहुत बड़ी तादाद ने अक़्वामे आलम के हुक्मरानों के नाम खुला ख़त तहरीर कर के उन की तैयारी और फिर मुम्किना इस्तेमाल से इजतिनाब का मश्वरा दिया है।

एक हज़ार के क़रीब साईंसदानों और टैक्नोलॉजी चीफ़्स की जानिब से एक खुला ख़त आलमी लीडरों के नाम Artificial Intelligence या मस्नूई ज़हानत के मौज़ू पर शुरू होने वाली इंटरनेशनल कान्फ़्रैंस के आग़ाज़ पर जारी किया गया है।

ये कान्फ़्रैंस अर्जनेटाइन के दारुल हुकूमत ब्युनस ऐरिस में शुरू हुई है। साईंसदानों ने अपने ख़त में तहरीर किया कि इंसानों की बक़ा के हवाले से अहम सवाल ये है कि आया मस्नूई ज़हानत के हामिल ख़ुद कार हथियारों की दौड़ शुरू की जाए या आग़ाज़ से क़ब्ल ही इस अमल को ममनू क़रार दे दिया जाए।

ख़त में बयान किया गया कि अगर बड़ी आलमी ताक़तें हलाकत ख़ेज़ रोबोट्स की तैयारी के अमल का आग़ाज़ करती हैं तो ये आलमी सतह पर असलहे की दौड़ के एक नए अह्द के आग़ाज़ के मुतरादिफ़ होगा।