नई दिल्ली, ०३ नवंबर (पी टी आई) हिंदूस्तानी फ़ौज के साबिक़ सरबराह वी के सिंह ने मर्कज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ अपने एहतिजाज को आज एक क़दम और आगे बढ़ाते हुए इशारा दिया है कि वो 4 दिसम्बर को नीशकर के ठिकानों की जानिब से पार्लीमेंट के घेराव में हिस्सा लेंगे।
राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन के प्लाट फ़ार्म से ख़िताब करते हुए उन्होंने कहा कि शक्कर के शोबा को आज़ाद करने से मुताल्लिक़ रंगा राजन कमेटी की रिपोर्ट को मुस्तर्द करने से मुताल्लिक़ किसानों की तंज़ीम ( संगठन) के मुतालिबा की ताईद ( समर्थन) करते हैं।
उन्होंने कहा कि इस कमेटी की सिफ़ारिशात से किसानों के मुफ़ादात बुरी तरह मुतास्सिर ( प्रभावित) होंगे। बादअज़ां ( इसके बाद) रिटायर्ड जनरल वी के सिंह और राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन के कन्वीनर वी एम सिंह ने रंगा राजन कमेटी रिपोर्ट को मुस्तर्द करने से मुताल्लिक़ वज़ीर-ए-आज़म के नाम अपना मकतूब ( पत्र) जारी किया, जिस में कहा गया है कि अगर इस रिपोर्ट को मुस्तर्द नहीं किया जाता है तो शुमाली रियास्तों से ताल्लुक़ रखने वाले नीशकर के किसान 4 दिसम्बर को बतौर-ए-एहतजाज पार्लीमेंट का घेराव करेंगे।
इस सवाल पर कि आया वो पार्लीमेंट के घेराव की ताईद करते हैं। जनरल सिंह ने जवाब दिया कि जी हाँ में इस मुतालिबा की ताईद करता हूँ जो किसानों के मुफ़ाद ( फायदे) में है। मुजव्वज़ा घेराव के बारे में उन्होंने कहा कि अगर सूरत-ए-हाल अपने हद से गुज़र जाए तो हम भी अपने हदूद से तजावुज़ (गुस्ताखी) करेंगे।