किसी इत्तिहाद की बाहर से ताईद करना मोअस्सर नहीं हो सकता – दिग विजए सिंह

लोक सभा इंतिख़ाबात के बाद मर्कज़ में वजूद में आने वाले इत्तिहाद के ताल्लुक़ से होने वाली क्यास आराईयों के दौरान कांग्रेस लीडर दिग विजए सिंह ने इस एहसास का इज़हार किया कि किसी भी इत्तिहाद में बाहर से ताईद फ़राहम करना नाक़ाबिले अमल और गैर मोअस्सर होगा।

दिग विजए सिंह ने कहा कि मेरा शख़्सी ख़्याल ये है कि बाहर से ताईद करना ज़्यादा मोअस्सर नहीं होता। ये एक वाज़ेह पॉलीसी होनी चाहीए और किसी इत्तिहाद के काम काज को ऐसा बनाया जाना चाहीए जिस में काबीना में हर कोई जवाबदेह हो। बाहर से ताईद फ़राहम करना उन के ख़्याल में मोअस्सर नहीं हो सकता। उन्हों ने कहा कि सब से बड़ी जमात इत्तिहाद से बाहर नहीं रह सकती और ये तरीकेकार कामयाब नहीं हो सकता।

1996 में मुत्तहदा महाद की हुकूमत को कांग्रेस की जानिब से बाहर से ताईद फ़राहम किए जाने के ताल्लुक़ से सवाल पर उन्हों ने कहा कि वो तजुर्बा भी कारकरद साबित नहीं हुआ।

इस सवाल पर कि आया कांग्रेस के लिए उस वक़्त ऐसा करना ग़लत था दिग विजए सिंह ने कहा कि वो ऐसा कहने से गुरेज़ करेंगे। हो सकता है कि उस वक़्त जो कुछ किया गया हो वो दरुस्त ही था हो लेकिन ये बात वाज़ेह हो गई कि ऐसा करना दरुस्त नहीं था। उन्हों ने कहा कि कॉरपोरेट घरानों ने मोदी के लिए ख़ज़ानों के मुँह खोल दिए हैं क्युंकि नरेंद्र मोदी सरमाया काराना निज़ाम को ताईद करते हैं और उन्हें किसानों के मुफ़ादात पर समझौता करते हुए फ़ायदे पहूँचा रहे हैं।