तेहरान 30 दिसमबर (ए एफ़ पी) सदर ईरान ने कहा है के किसी ने भी हमारे मुल्क पर हमला करने की कोशिश की तो इस का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। इसराईल दुनियामें तन्हा रह गयाहै इस का वाहिद कारनामा फ़लस्तीन पर ज़ुलम-ओ-सितम है । एक दिन आएगा जब फ़लस्तीनी अपनी जद्द-ओ-जहद में कामयाब हो कर सीहुनियों का क़ब्रिस्तान बनादेंगे ।
ईरान की क़ौम अमरीकी तौसीअ पसंदी के मुक़ाबिल क़तई पसपाई इख़तियार नहीं करेगी। बाअज़ लोग ईरानी क़ौम की तौहीन करते हैं और इस पर इल्ज़ाम आइद करते हैं जबकि वो इल्ज़ाम उन्ही पर सादिक़ आते हैं। अहमदी नज़ाद ने ईरान के मग़रिबी सूबा ईलाम मैं जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए कहा कि अमरीका और इस के इत्तिहादियों ने 32 बरस से ईरानी क़ौम की मुख़ालिफ़त की है , लेकिन उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ।
इस के बावजूद वो आज भी बाअज़ हथकंडों से ईरानी क़ौम पर दबा ओडाल रहे हैं। उन्हों ने कहा कि अमरीका और उसके इत्तिहादियों के पास सिर्फ एक रास्ता मौजूद है । उन्हें ईरानी क़ौम के हुक़ूक़ का एहतिराम करना होगा। ईरानी पार्लीमैंट के स्पीकर डाक्टर अली लारी जानी ने कहा कि अमरीका की मौजूदा पालिसी इलाक़ाई इन्क़िलाबों पर बेबुनियाद इल्ज़ामात आइद है ।
पार्लीमैंट के इजलास से ख़िताब करते हुए उन्हों ने लबनान, इराक़, शाम , बहरैन और यमन के हालात पर इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि अमरीका इलाक़ा में फ़िर्कावारीयत फैलाने की साज़िश कररहा है । उन्हों ने कहा कि अमरीका इलाक़ा के एक मुल्क में अपना राडार सिस्टम नसब करने जैसे फ़ौजी इक़दामात और जासूसी कार्यवाहीयों के ज़रीये अपनी खोई हुई साख दुबारा बहाल करने की कोशिश कररहा है , लेकिन उसे कोई कामयाबी नहीं हुई है ।
डाक्टर लारी जानी ने कहा कि अमरीका ये कोशिश कररहा है के इलाक़ा की तहरीकें अपने बुनियादी मुतालिबात से दस्तबरदार होजाएं।