किस की गोली लगने से ज़ख़मी हुआ, पता नहीं ?

हैदराबाद 01 अप्रैल: अकबरुद्दीन ओवैसी हमला केस की समाअत के दौरान एनी शाहिद मुहम्मद फ़य्याजुद्दीन पर वकलाए दिफ़ा ने जरह की। गवाह ने जरह के दौरान अदालत को ये बताया कि उसे 30 अप्रैल 2011 को दवाख़ाने में गोली लगने के सबब शरीक किया गया था जबकि उसे ये नहीं मालूम कि किस की गोली से वो ज़ख़मी हुआ है। अपने बयान में मुहम्मद फ़य्याज़ ने बताया कि इस के फिसलियों पर आए ज़ख़म के बावजूद भी उसे ख़ून नहीं निकला और उसने ज़ख़म से मुताल्लिक़ डाक्टर से मश्वरह किया। डाक्टर ने उसे बताया कि गोली जिस्म को छूती हुई निकल गई जिसके सबब उसे ये ज़ख़म आया है। अदालत को ये भी बताया कि वो हमले के बाद अकबरुद्दीन ओवैसी के सात उनकी जिप्सी में दवाख़ाना गया था।

वकलाए दिफ़ा एडवोकेट जी गुरु मूर्ती एडवोकेट राज वर्धन रेड्डी की तरफ से की गई जरह में बताया कि वो हमले के दिन मुक़ाम वारदात से 5 ता 6 फीट दूरी पर मौजूद था और उसने ये वाज़िह किया कि इबराहीम बिन यूनुस याफ़ई गोलीयां लगने से ज़ख़मी हुआ है। मुहम्मद फ़य्याजुद्दीन ने जरह के दौरान बताया कि उसने इंग्लिश मीडियम से सातवीं जमात की तालीम हासिल की और 01 मई को रात 8 बजे उस का बयान ओवैसी हॉस्पिटल में कलमबंद किया गया था और महमूद अव्वा लकी उस का दोस्त है।