इस्तंबोल – 1 नवमबर (ए पी) विंबलडन चैंपीयन पटरा कीटवा ने पहली मर्तबा अपने करियर में डब्लयू टी ए चैंपियनशिप जीत ली है जैसा कि फाईनल में उन्हों ने बेलारूस की विक्टोरिया उज़्र निका को 7-5, 4-6, 6-3 से शिकस्त दी और इस कामयाबी के ज़रीया वो दुनिया की दूसरी बेहतरीन टेनिस खिलाड़ी हैं जबकि पहले मुक़ाम पर डेनमार्क की कैरोलीन वो ज़न्निया की टूर्नामैंट में नाकामियों के बावजूद अपना पहला मुक़ाम बरक़रार रखा है।
मुक़ाबले के आग़ाज़ पर कीवीटवा ने शानदार खेल का मुज़ाहरा करते हुए पहले सट में 5-0 की सबक़त हासिल करली थी लेकिन उज़्र निका ने वापसी करते हुए मुक़ाबले को 5-5 तक पहुंचाया। बादअज़ां चैक जमहूरीया की कीवीटवा ने उज़्र निका की ग़लती का फ़ायदा उठाते हुए पांचवां सट प्वाईंट हासिल किया।
दूसरे सट में उज़्र निका ने बीस लाईन गेम का शानदार मुज़ाहरा करते हुए कीवीटवा को बह आसानी शिकस्त दी लेकिन तीसरे और फ़ैसलाकुन सट के आग़ाज़ पर केवी टोह ने पहली गेम 3 ब्रेक प्वाईंट को महफ़ूज़ करते हुए कामयाबी की सिम्त क़दम बढ़ाया। कीवीटवा रवां साल का आग़ाज़ सर-ए-फ़हरिस्त 30 खिलाड़ियों से बाहर थीं लेकिन सीज़न के इख़ततामी चैंपियनशिप में कामयाबी के ज़रीया उन्हों ने दूसरा मुक़ाम हासिल करलिया है। जबकि उज़्र निका भी शारा पोह को दूसरे मुक़ाम से पीछे ढकेलते हुए आगे बढ़ चुकी हैं।
कीवीटवा का ये रवां सीज़न छटा ख़िताब है जबकि आलमी नंबर एक वो ज़न्निया की ने भी इतने ही ख़ताबात हासिल किए हैं। विंबलडन के सेमीफाइनल में अज़ निका को शिकस्त देने वाली कीवीटवा ने इस्तंबोल के ख़िताबी मुक़ाबले में कामयाबी के बाद इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि यहां टूर्नामैंट में शिरकत ही नाक़ाबिल-ए-यक़ीन है।
उन्हों ने मज़ीद कहा कि मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि मैं यहां बहैसीयत चैंपीयन ये लम्हा गुज़ारोंगी। रवां बरस अपनी फ़ुतूहात का सहरा उन्हों ने अपने खेल में बेहतरी को देने के इलावा अपनी जिस्मानी और ज़हनी फ़िटनैस के साथ सहतमनद रहने को किलीद क़रार दिया। इलावा अज़ीं अपने कोच डीवीड कोटीज़ा और टीम के दीगर अफ़राद को भी कामयाबी में बराबर का शरीक क़रार दिया।
शिकस्त के बाद इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए उज़्र निका ने कहा कि शिकस्त को क़बूल करना मुश्किल है ताहम एक चैंपीयन के ख़िलाफ़ मुझे नाकामी हुई है। चैक जिमूर ये से ताल्लुक़ रखने वाली कीवीटवा ने उज़्र निका के ख़िलाफ़ अपनी फ़ुतूहात के रिकार्ड को 4-4 करलिया है जबकि उज़्र निका जो तीसरी मर्तबा इस टूर्नामैंट में शिरकत करने के बाद पहली मर्तबा राॶनड रॉबिन मरहले से आगे रसाई हासिल की है और वो इस बेहतर मुज़ाहिरे के ज़रीया अब दुनिया की तीसरी बेहतरीन खिलाड़ी हैं।
कीवीटवा को ख़िताब के साथ 1.75 मुलैय्यन डॉलर्स भी दिए गए जबकि उज़्र निका की इनामी रक़म 7 लाख 75 हज़ार अमरीकी डॉलर्स हैं। तुर्की का मारूफ़ शहर इस्तंबोल पहली मर्तबा इस चैंपियनशिप की मेज़बानी कररहा है और इस मौक़ा पर मैदान में 13,700 शायक़ीन मौजूद थे हालाँकि तुर्की में टेनिस की रिवायत नहीं लेकिन टिक्टों की क़ीमतों में कमी और हुकूमत के बेहतरीन तआवुन की वजह से यहां ये टूर्नामैंट कामयाब रहा।
शायक़ीन ने खिलाड़ियों से अपनी मुहब्बत का इज़हार, उन की हिम्मतअफ़्ज़ाई के ज़रीया किया और एकशावक ने अपने बैनर पर खेल के दौरान इज़्र निका की आवाज़ को पसंद करने का जुमला तहरीर कररखा था।