कुंडा, 03 अप्रैल: बलीपुर गांव में ट्रिपल मर्डर केस के एक महीने पूरे हो गए। हुकूमत को हिलाकर रख देने वाले इस मर्डर केस में अब तक गुनाहगारो की गिरफ्तारी न हो पाने से तमाम सवाल उठने लगे हैं।
25 दिन से तहकीकात कर रही सीबीआई अब तक 100 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है लेकिन नतीजा निकलता नहीं दिख रहा।
मरहूम डीएसपी जियाउल हक, प्रधान नन्हे यादव और उसके भाई सुरेश के कत्ल के मामले में आठ मार्च से कुंडा में जमी सीबीआई टीम सभी नुक्ते पर पड़ताल कर रही है लेकिन कातिलों का सुराग मिलता नहीं दिख रहा।
वाकिया से जुड़े सभी पार्टी, मुल्ज़ीम की कॉल डिटेल निकालने के बाद टीम को सीओ की गायब पिस्टल भी मिल गई, प्रधान के घर के के सभी लाइसेंसी असलहों की बैलेस्टिक जांच हो गई लेकिन उससे भी टीम किसी नतीज़े तक नहीं पहुंची।
असलहों से फायरिंग की बात सामने आई लेकिन यह साफ नहीं हो सका कि प्रधान, उसका भाई और सीओ का कत्ल कैसे हुआ। टीम के हाथ अब तक सीओ का मोबाइल नहीं मिल सका और न ही यह साफ हो सका कि सीओ का कत्ल किस हथियार से किया गया है।
इल्ज़ाम तराशी के बीच टीम ने सीओ की बीवी परवीन आजाद की तहरीर पर दर्ज मुकदमे की बुनियाद पर चेयरमैन कुंडा गुलशन यादव, राजा भैया के नुमाइंदे हरिओम शंकर श्रीवास्तव, ड्राइवर रोहित से पूछताछ की। इसके अलावा राजा के रिश्तेदार और एमएलसी अक्षय प्रताप से भी पूछताछ हो चुकी है लेकिन किसी पर इल्ज़ाम साबित नहीं हुआ।
——–अमर उजाला