सच कहते हैं कि दोस्ती में रंग और नस्ल की कोई क़ैद नहीं होती इसीलिए तो ये कुत्ता और नन्हा हिरन गहरे दोस्त बन गए हैं । ये हिरन और कुत्ता अपनी मुनफ़रद और पक्की दोस्ती के बाइस वक़्त गुज़ारी के लिए रोज़ाना एक सा थ टहलते और खेलते हैं ।
घने जंगलात में इन की दोस्ती नामुमकिन है लेकिन लगता है कि अब जानवरों ने भी इंसानी माहौल में रहने के बादरंग और नसल के फ़र्क़ को एहमीयत देने से इनकार करते हुए एक दूसरे की तरफ़ दोस्ती का हाथ बढ़ा दिया है जिस की ताज़ा मिसाल इस कुत्ते और हिरन की सब के सामने