इंसानी हुक़ूक़ के आलमी इदारे एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि कुर्द पेशमर्गा और मुसल्लह मिलिशिया के जंगजूओं ने मिलकर शुमाली इराक़ में अरब आबादी के हज़ारों मकानात मिस्मार कर दिए हैं।
इदारे ने एक रिपोर्ट में कहा है कि उन्होंने ऐसा इंतिक़ामी कार्रवाई के तौर पर किया है क्योंकि उनके ख़्याल में ये लोग दाइश के जंगजूओं के हामी हैं।
एमनेस्टी का कहना है कि कुर्दिस्तान इलाक़ाई हुकूमत की फ़ोर्सेस (के आर जी) दाइश से दोबारा हासिल किए जाने वाले इलाक़ों में जंगी जराइम की मुर्तक़िब हो सकती हैं।
13 गांव और 100 से ज़्यादा ऐनी शाहिदीन और मुतास्सिरीन के शवाहिद पर मबनी एमनेस्टी ने अपनी रिपोर्ट जिला वतन और बेघर में कहा है कि शुमाली इराक़ में ज़बरदस्ती बेघर किया गया है और दानिस्ता तौर पर बर्बादी की गई है।
इदारे का कहना है कि उनकी रिपोर्ट की सेटलाइट से ले ली जाने वाली तसावीर से भी तसदीक़ होती है जिसमें पेशमर्गा फ़ोर्सेस ने वसीअ पैमाने पर तबाही मचाई है, बाअज़ मुआमलों में यज़ीदी जंगजू और तुर्की और शाम के कुर्द जंगजू भी शामिल हैं जो वहां पेशमर्ग के साथ मिलकर जंग कर रहे हैं।