शुमाली इराक़ में कुर्द खित्ते के रहनुमा का कहना है कि उनकी फ़ोर्सेस ने संजार के क़स्बे को दौलते इस्लामीया के जंगजूओं से आज़ाद करवा लिया है। कोहे संजार पर खड़े कुर्द रहनुमा मसऊद बारज़ानी का कहना था कि इस क़स्बे पर क़ब्जे से मूसल की जानिब पेशक़दमी के मन्सूबों पर गहरा असर पड़ेगा। मूसल दौलते इस्लामीया के जे़रे क़ब्ज़ा शुमाली इराक़ का सबसे बड़ा शहर है।
एक सीनियर जंगजू का कहना है कि क़स्बे के मुकम्मल तौर पर महफ़ूज़ होने में कुछ दिन लगेंगे। इस से पहले जुमे को कुर्द जंगजू संजार में दाख़िल हो गए थे जहां उन्होंने एक दिन क़ब्ल ही दौलते इस्लामीया से इलाक़ा छीनने के लिए हमला किया था।