हैदराबाद 31दिसंबर:आलमी शौहरत की हामिल 76वीं कुल हिंद सनअती नुमाइश का 01 जनवरी ता 15 फ़रवरी नुमाइश मैदान पर इनइक़ाद अमल में आएगा। चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव 01 जनवरी की शाम 5 बजे नुमाइश मैदान पर 76वीं कुल हिंद सनअती नुमाइश का इफ़्तिताह करेंगे। जबकि सनअती नुमाइश के बड़े पैमाने पर कामयाब इनइक़ाद को यक़ीनी बनाने के लिए तमाम-तर इंतिज़ामात मुकम्मल करलिए गए हैं।
नुमाइश सोसाइटी ऑफ़िस पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए ई राजिंदर सदर नुमाइश सोसाइटी-ओ-वज़ीर फाइनैंस-ओ- सिविल स्पलाईज़ ने इस बात का इन्किशाफ़ किया। उन्होंने बताया कि नुमाइश के ज़रीये हासिल होने वाली आमदनी से तालीमी इदारे चलाए जाते हैं और नुमाइश सोसाइटी के ज़ेरे एहतिमाम चलाए जानेवाले तालीमी इदाराजात में खास्कर लड़कीयों की तालीम के मुआमले में सरकारी तालीमी इदारों के मुक़ाबला में बेहतर मयार को बरक़रार रखने में अपना बेहतर मुक़ाम रखते हैं।
उन्होंने बताया कि इस साल अवाम को नुमाइश सोसाइटी की तरफ से बेहतर सहूलतें फ़राहम की जा रही हैं। एहतियाती तदाबीर के तहत जगह जगह सी सीटी वी कैमरों की तंसीब अमल में लाई जा रही है नुमाइश को आने वाले अफ़राद की गाड़ीयों की पार्किंग के लिए बेहतर सहूलतें फ़राहम की जा रही हैं और पार्किंग फ़ीस भी मन-मानी हासिल करने की किसी को इजाज़त नहीं दी जाएगी।
इस सिलसिले में ट्रैफ़िक पुलिस और जी एच्च एम सी ओहदेदारों के साथ मीटिंग मुनाक़िद करके बेहतर ट्रैफ़िक इंतिज़ामात-ओ-पार्किंग की सहूलतों की फ़राहमी के इक़दामात किए जाऐंगे। सदर नुमाइश सोसाइटी ई राजिंदर ने नुमाइश सोसाइटी की मुख़्तलिफ़ शोबों में अपनी कारकर्दगी की तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाते हुए बताया कि इस मर्तबा नुमाइश देखने के शायक़ीन को दाख़िला फ़ीस में कोई इज़ाफ़ा ना करने का फ़ैसला किया है और साबिक़ा दाख़िला फ़ीस ही वसूल की जाएगी।
नुमाइश मैदान में एक ख़ुसूसी पुलिस कंट्रोल रुम के साथ साथ एक फ़ायर स्टेशन भी क़ायम किया जाएगा। ई राजिंदर ने कहा कि इस देढ़ माह तवील मुद्दती नुमाइश के दौरान 5 जनवरी को यौमे ख़वातीन ( सिर्फ़ ख़वातीन को दाख़िला दिया जाएगा)। जबकि 31जनवरी को चिल्ड्रंस डे ( यौमे इतफ़ाल) रहेगा। उन्होंने अख़बारी नुमाइंदों के मुख़्तलिफ़ सवालात के जवाब देते हुए कहा कि नुमाइश मैदान के अतराफ़ पाए जानेवाले तमाम स्लम इलाक़ों को तरक़्क़ी देते हुए इन स्लम इलाक़ों में डबल बेडरूम फ्लैट्स तामीर करके फ़राहम किए जाऐंगे।