कुवैत: ईरान के लिए जासूसी, दो अफ़राद को फांसी का हुक्म

कुवैत की एक अदालत ने ईरान और लेबनान की शीया मिलिशिया हिज़्बुल्लाह के लिए जासूसी के जुरम में दो अफ़राद को सज़ा-ए-मौत का हुक्म दिया है। इन दोनों मुजरिमों में एक ईरानी और एक कुवैती है।

उनके क़ब्ज़े से असलहा भी बरामद हुआ था। अदालत ने ईरानी शहरी को उस की अदम मौजूदगी में क़सूरवार क़रार देकर फांसी की सज़ा सुनाई है। इस मुक़द्दमे में इन दोनों के इलावा चौबीस और कुवैती भी माख़ूज़ थे।

अदालत ने उनमें से एक को क़सूरवार क़रार देकर उम्रकैद की सज़ा सुनाई है। उन्नीस कुवैतियों को पाँच से पंद्रह साल के दरमयान क़ैद की सज़ाएं सुनाई गई हैं। अदालत ने तीन मुल्ज़िमों को बरी कर दिया है और एक मुजरिम पर सिर्फ जुर्माना आयद किया है।

कुवैती हुक्काम ने अगस्त 2015 में ईरान से वाबस्ता मुश्तबा अफ़राद के एक सेल को तोड़ने की इत्तिला दी थी और उनके क़ब्ज़े से असलहा और गोला-बारूद की भारी मिक़दार पकड़ी थी।