कुवैत में गुज़िश्ता रोज़ शीया मुसलमानों की मस्जिद पर हमले में कम अज़ कम पच्चीस अफ़राद हलाक हुए थे। मशरिक़े वुस्ता के कई ममालिक में दहश्तगर्दी की कार्यवाहीयां मामूल बन चुकी हैं मगर कुवैत में गुज़िश्ता तीस बरसों में अपनी नोईयत की दहश्तगर्दी की ये पहली कार्रवाई थी।
वहां क्या रद्दे अमल है , क्या माहौल है। और लोग क्या सोच रहे हैं। इस पर बी बी सी की माहपारा सफ़दर ने शाहीन रिज़वी से बात की है जो कई अशरों से कुवैत में मुक़ीम हैं।