कुवैत के दारुल हुकूमत कुवैत सिटी में वाक़े शीया मुसलमानों की एक मस्जिद में नमाज़े जुमा के दौरान खुदकुश धमाके के बाद कुवैती शहरी खुले आम फ़िर्कावारीयत को मुस्तरद कर रहे हैं और समाजी राबितों की वेबसाईट्स पर मुत्तहिद रहने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
बज़ाहिर इस हमले का मक़सद कुवैत में शीया-सुन्नी तफ़रीक़ पैदा करनी थी लेकिन वाक़िये का मुल्क में उल्टा असर हुआ है और दारुल हुकूमत की गलीयों में दोनों फ़िर्क़ों के अफ़राद मिल कर इस वाक़े की मुज़म्मत कर रहे हैं और समाजी राबतों की वेबसाईट्स पर इत्तिहाद और इत्तिफ़ाक़ क़ायम रखने की बातें हो रही हैं।
ट्वीटर पर अर्बी में हैश टैग one rank को हमले के बाद दस हज़ार बार इस्तेमाल किया गया है और इस हैश टैग का मक़सद था कि कुवैती शहरीयों को फ़ौज की तरह मुत्तहिद हो कर दहशतगर्दी को शिकस्त देना चाहिए।