कृष्णा आबी तनाज़ा, फैसले पर मर्कज़ की ख़ामूशी बाइसे शर्म

सदर तेलुगु देशम चंद्र बाबू नायडू ने आज कहा कि ये बात बाइसे शर्म है कि मर्कज़ कृष्णा आबी तनाज़ग़ा ट्रिब्यूनल फैसला पर आंध्र प्रदेश के अवाम की आवाज़ को सुनने के लिए तैयार नहीं है जिस के सबब रियासत के अवाम मायूस हैं और दरियाए कृष्णा पर जारी प्रोजेक्ट्स के लिए संगीन मसाइल खड़े हो चुके हैं।

चंद्र बाबू नायडू कृष्णा आबी तनाज़ा ट्रिब्यूनल फैसला पर रियासत के अवाम के एहसासात से वज़ीरे आज़म मनमोहन सिंह को वाक़िफ़ करवाने के लिए दफ़्तर वज़ीरे आज़म से वक़्त तलब किए थे ताहम दफ़्तर वज़ीरे आज़म की जानिब से कोई जवाब नहीं दिया गया।

यहां टी डी पी महाधरना के दौरान पार्टी कारकुनों से ख़िताब करते हुए चंद्र बाबू नायडू ने कहा कि ये बात बाइसे शर्म है कि वज़ीरे आज़म किसी को वक़्त देने के लिए 10 जनपथ की हिदायत पर अमल करते हैं।

उन्हों ने कहा कि हम को इस तरीकेकार के ख़िलाफ़ जद्दो जहद करना है। उन्हों ने रियासत के अवाम को मश्वरा दिया कि वो कृष्णा आबी तनाज़ा पर ट्रिब्यूनल के फैसला को मुस्तरद करदें। उन्हों ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ़ वोट्स और नशिस्तों की सियासत में दिलचस्पी रखती है। जब कि उस को तेलुगु अवाम के मुफ़ादात की फ़िक्र नहीं है।