केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े एक बार फिर अपने विवादास्पद बयान के लिए सुर्खियों में हैं। उन्होंने कर्नाटक में एक कार्यक्रम के दौरान विपक्षी दलों की तुलना कौआ, बंदर, लोमड़ी और गधों से करते हुए कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के डर से आगामी चुनावों के लिए एकजुट हो रहे हैं।
हेगड़े ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहा है, विपक्षी दल बीजेपी को हराने के लिए एक-दूसरे से हाथ मिला रहे हैं, लेकिन यह एकता कुछ उसी तरह की है जैसे कौआ, बंदर, भालू और लोमड़ी की एकजुटता। उन्होंने कहा, ‘एक तरफ कौआ, बंदर, लोमड़ी जैसे अन्य जानवर हैं, जो साथ आ गए हैं और दूसरी तरफ टाइगर है।’
अगले साल होने वाले आम चुनाव में बीजेपी के पक्ष में मतदान की अपील करते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि वे 2019 के चुनाव में टाइगर को चुनने के लिए वोट करें। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘2019 का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है। हमारे विरोधी एकजुट हो गए हैं। ऐसे में यह आपको तय करना है कि टाइगर जीते या फिर गधे और बंदर।’
हेगड़े ने राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कार्यक्रम में लोगों के बैठने के लिए प्लास्टिक की कुर्सी की व्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा, ‘यह सब कांग्रेस के शासन के कारण है। यदि हमने 70 सालों तक सरकार में सेवा दी होती तो यहां बैठने के लिए लोगों के पास चांदी की कुर्सियां होतीं।
वैसे यह पहला मौका नहीं है, जब हेगड़े ने ऐसे विवादस्पद बयान दिए हों। पिछले महीने उन्होंने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर हमला करते हुए उन्हें ‘रावण’ और ‘भूत’ तक कह दिया था और कहा था कि उनकी वजह से ही कांग्रेस पार्टी रसातल में जा रही है।
हेगड़े बीते साल दिसंबर के आखिर में उस वक्त भी सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने कहा था कि बीजेपी संविधान बदलने के लिए सत्ता में आई है। उन पर कर्नाटक में एक डॉक्टर की पिटाई और इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने वाला विवादास्पद बयान देने का भी आरोप है।