वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के टकटकपुर में जब केन्द्रीय मंत्री पियूष गोयल एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे लेकिन वहां उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. दरअसल मामला यह है कि पियूष गोयल शहर उत्तरी के प्रत्याशी रविंद्र जायसवाल के समर्थन में एक जनसभा को संबोधन करने पहुंचे लेकिन जब वे अपनी भाषण शुरू किये और नजर उठाकर आगे की तरफ देखे तो अधिकतर कुर्सियां खाली ही पड़ी थी, जबकि उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि यह तो पीएम का संसदीय क्षेत्र है, यहाँ भीड़ तो होगी ही.
आपको बता दें वहां की हालात ऐसी थी कि उस जनसभा में सैकड़ों की संख्या तो छोड़िए केवल दर्जनभर लोग ही शायद इस को सुन रहे हों. तश्वीरों में साफ साफ देख सकते हैं. वन इंडिया के मुताबिक, खाली कुर्सियों को देख जहां पीयूष गोयल कुछ बोलने से कतराते हुए पतली गली से निकल पड़े तो वहीं शहर उत्तरी के उम्मीदवार रविंद्र जायसवाल ने हठजोरी करते हुए कहा कि भीड़ कम नहीं थी बस कुर्सियां अधिक थी जिससे खाली पड़ी थी.
आपको बता दें कि खाली कुर्सी देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीजेपी की लहर में कार्यकर्ता बह चुके हैं और कुर्सियां बच गयी हैं. भले ही बीजेपी के सारे मंत्री वाराणसी की तरफ कूच कर रहे हों लेकिन उनके उम्मीदवार भीड़ जुटाने में असफल नजर आते दिख रहे हैं. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि बीजेपी की हालत खस्ता होती जा रही है.