पुरे देश में नोटबंदी से कैश की किल्लत सामने आयी है। एटीएम से कैश निकालने के लिए भी सीमा तय है वहीँ शादी का कार्ड दिखा कर ढाई लाख रूपये तक निकालने की सीमा तय की गयी है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी की बेटी की शादी में लाखों के खर्चो को ले कर सवाल उठ रहे हैं।
शादी को काफी खर्चीला बताते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई ने आश्चर्य जताया कि क्या इस तरह का आडम्बर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई पारदर्शिता पहल के उपयुक्त है। नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री ने सांसदों और विधायकों से अपना बैंक ब्यौरा सार्वजनिक करने को कहा है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी पारदर्शिता के लिए मांग करती है कि भाजपा नेता बताएं कि शादी में खर्च हुआ धन कहां से आया, कितना नकदी खर्च हुआ और कितना चेक से खर्च हुआ।
उन्होंने कहा, हम मांग कर रहे हैं क्योंकि प्रधानमंत्री ने हाल में अपनी राजनीतिक बैठक में अपने सदस्यों तथा विधायकों के खाते का ब्यौरा सार्वजनिक कर पारदर्शिता की पहल शुरू करने का निर्णय किया था।
उन्होंने पूछा, आप इन शादियों में हुए खर्च का ब्यौरा क्यों नहीं सार्वजनिक करते हैं। चूंकि इसी सरकार ने शादियों पर ढाई लाख रूपये खर्च करने का नियम तय किया है तो सरकार अपने मंत्रियों और सांसदों से क्यों नहीं कहती कि यह वक्त अति व्यय और धन का प्रदर्शन करने का नहीं है। गोगोई ने आरोप लगाया कि यह दिखाता है कि भाजपा का देश के लोगों से जुड़ाव नहीं है।
उन्होंने कहा, यह इस बात को भी दर्शाता है कि देश के लिए एक कानून है और प्रधानमंत्री ने भाजपा नेताओं के लिए दूसरा कानून बनाया है।