गायक से नेता बने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने गायक राहत फतेह अली खान को खुला पत्र लिखकर कहा है कि कला और संगीत के माध्यम से भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव को पाटने की कोशिश एक ‘विफल विचार’ है.
आसनसोल से भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने हाल ही में पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर आपत्ति जाहिर की थी. हालांकि उन्होंने इसे अपनी निजी राय बताई थी. मंत्री के रुख से उपजे विवाद पर राहत ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘बहुत सी बातें कही जा रही हैं, इन सबके बीच मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि संगीत की कोई सीमा नहीं होती और मेरे गानों के प्रति बहुत अधिक प्यार दिखाने के लिए मैं सबको शुक्रिया अदा करता हूं.’’
राहत के ट्वीट पर सुप्रियो ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि संगीत की कोई सीमा नहीं होती लेकिन कलाकारों को आतंकवाद जैसे मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए और शांति को बढ़ावा देना चाहिए. मंत्री ने साथ ही कहा है कि राहत सहित संगीत जगत के कलाकारों को पाकिस्तान सरकार पर आतंकी गतिविधियों को समर्थन बंद करने को लेकर दबाव डालना चाहिए.