दिल्ली के नए सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी मुहिम को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है केजरीवाल बिना वक्त गंवाए मुफाद ए आम्मा (आवाम के मुफाद) से जुड़े मुद्दों पर बड़े फैसले लेना चाहते हैं यही वजह है कि वे सीएम की कुर्सी संभालने के अगले ही दिन आज (इतवार) सुबह जनता दरबार लगाने जा रहे हैं पहले की ही तरह अरविंद केजरीवाल जनता के बीच आम लोगों के मसले सुनेंगे, फिर उसे सुलझाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएंगे अब दिल्ली में वे खुद इक्तेदार में हैं, तो इंतेज़ामी कामकाज में अड़चन आने का कोई खदशा नहीं है.
सीएम केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के पास जनता से किए वादे पूरा करने के लिए कितना वक्त है, यह ठीक-ठीक किसी को नहीं मालूम है. सियासत का बड़े से बड़ा ‘पंडित’ भी इस पर अटकल लगाने में खुद को लाचार महसूस कर रहा होगा तभी तो केजरीवाल कैबिनेट सब-कुछ तेज रफ्तार से निपटाता नजर आ रहा है |
सीएम बनने के पहले ही दिन केजरीवाल ने दिल्ली में वीआईपी कल्चर खत्म करने का इशारा दे दिया सेक्रेट्रेट (Secretariat) की सभी गाडि़यों से ‘लाल बत्ती’ उतरवा ली गई उन्होंने अपने वुजराओं और एमएलए के लिए सेक्युरिटी लेने से इनकार कर दिया 9 आईएएस अफसरों को ‘इधर से उधर’ कर दिया गया |
उनके वज़ीर ने पहले ही दिन ‘अचानक मुआइना’ करके सबको हैरत में डाल दिया.बहरहाल, दिल्ली की नई हुकूमत ने आम आदमी की उम्मीदों को ‘जवां’ तो कर ही दिया है. इन उम्मीदों पर केजरीवाल कैबिनेट कितना खरा उतर पाता है, यह जानना अभी बाकी है |