सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को कंप्यूटरों की खरीद में 50 करोड़ रुपये के कथित घोटाले से जुड़े मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
सीबीआई का आरोप है कि राजेंद्र कुमार ने अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारी संभालते हुए अपनों के नाम बनाई कई फ़र्जी कंपनियों को फायदा पहुंचाया। सूत्रों के मुताबिक एजेंसी की एफ़आईआर में कहा गया है कि 2006 में एंडेवर्स सिस्टम्स नाम की कंपनी बनाई गई। ये राजेंद्र कुमार और अशोक कुमार की फ्रंट कंपनी है। दिनेश कुमार गुप्ता और संदीप कुमार इसके निदेशक थे। ये कंपनी सॉफ्टवेयर और सॉल्यूशन मुहैया कराती थी। इस मामले में राजेंद्र कुमार के अलावा चार अन्य लोगों – संदीप कुमार, दिनेश कुमार, तरुण शर्मा और अशोक कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई इस घोटाले में राजेंद्र कुमार को ‘किंगपिन’ बता रही है।
राजेंद्र कुमार की गिरफ़्तार पर दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार निचले स्तर पर उतर आई है। यह दिल्ली सरकार को बदनाम करने की साजिश है। दिल्ली सरकार के काम करने वाले अधिकारियों को हटाया जा रहा है। सिसोदिया ने कहा कि राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी पूरे मुख्यमंत्री कार्यालय को पंगु बनाने के उद्देश्य से की गयी है। पिछले साल 15 दिसंबर को सीबीआई ने मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के करीब राजेंद्र कुमार के दफ्तर में छापा मारा था। राजेंद्र कुमार 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं।