केजरीवाल ने दी इस्तीफ़े की धमकी

चीफ़ मिनिस्टर दिल्ली अरविंद केजरीवाल ने आज धमकी दी कि अगर जनलोक पाल बिल मंज़ूर नहीं किया गया तो वो इस्तीफ़ा दे देंगे। जन लोकपाल बिल के लिए किसी भी हद तक जाने के ऐलान के एक दिन बाद उन्होंने कहा कि अगर पार्टी के अहम जन लोकपाल बिल को मंज़ूर नहीं किया गया तो फिर आम आदमी पार्टी इक़तिदार छोड़ देगी। हमारे इक़तिदार में रहने से ज़्यादा जन लोकपाल बिल अहम है।

अरविंद केजरीवाल ने यहां एक तक़रीब के दौरान कहा कि स्वराज बिल को दिल्ली काबीना की जानिब से मंगल को मंज़ूर किया जाएगा और 13 फ़रवरी को असेंबली में पेश होगा जब कि दिल्ली लोकपाल बिल 2014 को असैंबली के ख़ुसूसी सेशन 16 फ़रबरी को पेश किया जाएगा। केजरीवाल ने हफ़्ते के दिन धमकी दी थी कि वो जनलोक पाल बिल पर किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस बिल की कांग्रेस और बी जे पी ने मुख़ालिफ़त की है। जब कि कांग्रेस अरविंद केजरीवाल हुकूमत की बाहर से ताईद कररही है।

जन लोकपाल बिल पर अपनी हुकूमत का मौक़िफ़ इज़हार करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि उन लोगों ने कहा था कि मर्कज़ी हुकूमत की मंज़ूरी ज़रूरी है अगर ऐसा ही है तो हमें क्यों मुंतख़ब किया गया। हम से कहा जा रहा है कि हम रिश्वत का ख़ातमा करें वो लोग कह रहे हैं कि ऐसा नहीं करसकते। ये क़ानून अवाम के लिए है। ये पूछे जाने पर कि अगर कांग्रेस ने इस बिल की ताईद नहीं की तो केजरीवाल ने कहा कि उन्हें मंज़ूर ना करने दीजिए अवाम उन्हें सबक़ सिखाएं गे। हम इस मसले पर रेफ़रंडम लाएंगे, लेकिन ये उस वक़्त मुम्किन नहीं है। हम दुबारा इंतिख़ाबात का मुक़ाबला करेंगे और 50 नशिस्तें हासिल करके तब दिखाएंगे।

उन्होंने इस बात का इज़हार किया कि दस्तूर के आर्टीकल 239 में कहा गया है कि दिल्ली हुकूमत ला ऐंड आर्डर पुलिस और अराज़ी से मुताल्लिक़ किसी भी क़ानून को मंज़ूर नहीं कर सकती। उन्होंने सवाल किया कि क्या वज़ारत-ए-दाख़िला ग़ैर दस्तूरी तरीक़े से बनाई गई है। मैंने दस्तूर पर हलफ़ लिया है वज़ारत-ए-दाख़िला पर नहीं।