नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आपराधिक मानहानि के मामले में मुकदमा चलाया जाने का आदेश दिया है| वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह मामला दर्ज कराया था | कोर्ट ने कहा कि उन्होंने कई तरीकों से मामले को लेट करने की कोशिश की| अब उन्हें 25 मार्च को कोर्ट में पेश होना पड़ेगा। केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के 5 अन्य नेताओं पर इस दिन आरोप तय किए जाएंगे|
10 करोड़ का मानहानि दावा भी आपराधिक शिकायत दर्ज कराने के अलावा दर्ज कराया है| जेटली के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा, हमने हमेशा यही बताया कि यह कुछ नहीं सिर्फ मामले को लटकाने का तरीका है| केजरीवाल और जेटली दोनों ने ही कोर्ट में उपस्थित न होने की गुहार लगाई थी| कोर्ट में आज न तो अरुण जेटली और न ही केजरीवाल और उनके साथी मौजूद थे|
अरुण जेटली ने कहा कि वह बैठकों में बिजी हैं जबकि केजरीवाल ने कहा कि वह और उनके साथी पंजाब में कैंपेन कर रहे हैं|
अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी कि वित्त मंत्री ने जो उनके खिलाफ मानहानि का दावा ठोका है, उसे रद्द किया जाए| कोर्ट ने उनकी इस अपील को खारिज कर दिया था| इस मामले में आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चड्डा और दीपक बाजपेयी का भी नाम है|
केजरीवाल और 5 अन्य पार्टी नेताओं पर सिविल और आपराधिक मानहानि का मुकदमा अरुण जेटली ने दिसंबर 2015 में दर्ज कराया था| डीडीसीए में हुए भ्रष्टाचार के लिए आम आदमी पार्टी ने जेटली को जिम्मेदार ठहराया था| 13 साल तक जेटली इस संस्था के अध्यक्ष रहे थे| जेटली ने आरोप लगाए हैं कि पॉलिटिकल माइलेज हासिल करने के लिए केजरीवाल ने उनपर झूठे इल्जाम लगाए हैं, इससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है|