नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की रैली में तीन दिन पहले खुदकुशी करने वाले किसान गजेंद्र सिंह के मामले में दिल्ली के वज़ीर ए आला केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले में हिंदू महासभा की लीडर ने केजरीवाल के खिलाफ क़त्ल कराने का केस दर्ज करने की अर्जी दी है। हिंदू महासभा से जुडीं डॉक्टर इंदिरा तिवारी ने पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में अर्जी दी है कि गजेंद्र की मौत पर केजरीवाल के खिलाफ क़त्ल का केस दर्ज किया जाए। इस वाकिया ने दिल्ली पुलिस और केजरीवाल की हुकूमत को आमने-सामने ला खडा किया है।
जुमे के रोज़ खुदकुशी के बावजूद तकरीर देने के मामले पर दिल्ली के वज़ीर ए आला अरविंद केजरीवाल ने माफी मांग ली है लेकिन, घर वालों का कहना है कि माफी मांगने से राजेंद्र तो वापस नहीं आ सकता और माफ करने से इंकार कर दिया है।
मामले पर दिल्ली की हुकूमत हमदर्दी के साथ गौर करेगी। आप लीडरों और गजेंद्र के खानदान वालो के बीच यह पहली मुलाकात थी।
काबिल ए ज़िक्र है कि वाकिया के बाद पिछले दो दिनों से गजेंद्र का खानदान आप लीडरों को कोस रहा था। उनका कहना था कि गजेंद्र की जान बचाने के लिए मुनासिब कोशिश नहीं की गयी।
काबिल ए ज़िक्र है कि गजेंद्र ने बुध के रोज़ 4,000 लोगों के सामने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वाकिया के वक्त खामोश तमाशाई बनी रही पुलिस ने कहा कि गजेंद्र एक सुसाइड नोट छोड गया है, लेकिन उसके घर वालों का कहना है कि लिखावट गजेंद्र की नहीं है।
दिल्ली पुलिस ने अपना बचाव करते हुए आप के कारकुनो पर इल्ज़ाम लगाया है कि उन्होंने किसान को खुदकुशी के लिए उकसाया और उसकी मदद करने के लिए पुलिस को आगे आने से रोका। दिल्ली पुलिस मरकज़ी वज़ारत ए दाखिला के तहत आती है।
उसने दिल्ली हुकूमत की तरफ से मामले की मजिस्ट्रेट से कराई जाने वाली जांच में भी शामिल होने से मना कर दिया है। केजरीवाल ने कुबूल किया कि हादिसे के बाद उन्हें तहवील अराज़ी बिल के खिलाफ अपनी तकरीर जारी नहीं रखना चाहिए था।
उन्होंने हालांकि यह साफ किया कि वह एक घंटे की तकरीर देने वाले थे, लेकिन 10-15 मिनट में ही खत्म कर दिया। खबर एजेंसी से उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि वह मेरी गलती थी। शायद मुझे तकरीर देना ही नहीं चाहिए था। अगर इससे किसी के जज़्बातों को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं।