केन्द्र द्वारा जारी सर्कुलर के तहत, अब हर जगह इस्तेमाल नहीं हो सकेगी महात्मा गांधी की तस्वीर

नई दिल्ली: खादी कैलेंडर को लेकर देश में हुए हंगामे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाँधी की प्रतिष्ठा के ऊपर लिपा पोती करते नजर आ रहे हैं. मोदी द्वारा खादी के कैलेंडर पर महात्मा गांधी को हटाकर अपनी जगह बनाने के कुछ ही दिनों बाद अब उन्होंने यह फैसला किया है कि किसी की भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए. इसके लिए सरकार ने राज्य सरकारों से कहा है कि वह महात्मा गांधी की तस्वीर, स्केच या लोगो को ऐसे स्थानों पर इस्तेमाल न करे, जो गंदे हैं.

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वन इंडिया के अनुसार, यह सर्कुलर महात्मा गांधी की तस्वीरों को गंदी जगहों पर इस्तेमाल करने के खिलाफ छत्तीसगढ़ कोर्ट में दायर एक केस के बाद जारी किया गया है. कोर्ट ने यह कहते हुए इस याचिका को खारिज कर दी थी, कि यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान नहीं है. हालांकि, कोर्ट ने कहा था कि जहां पर भी महात्मा गांधी की तस्वीर का इस्तेमाल किया जाता है वह इस तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए उसे आसानी से गंदा न किया जा सके, या फिर इस तरह से इस्तेमाल न किया जा सके जिससे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान हो.

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी के चश्मे, चरखे या घड़ी की तस्वीर को भी सार्वजनिक शौचालय की दीवारों और कूड़ेदानों पर इस्तेमाल किए जाने पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके तहत केंद्र सरकार की तरफ से एक सर्कुलर जारी किया गया है. स्वच्छ भारत मिशन का लोगो गांधी जी का चश्मा ही है, जिसे कई गंदी जगहों पर भी इस्तेमाल किया गया था.

उल्लेखनीय है कि यह केस बदरुद्दीन कुरैशी नामक एक मुस्लिम व्यक्ति ने छत्तीसगढ़ कोर्ट में दायर किया था. इसी के बाद केंद्र सरकार ने अहम कदम उठाते हुए यह सर्कुलर जारी किया है, ताकि राज्य सरकारें महात्मा गांधी की तस्वीर का इस्तेमाल सही जगह पर करें.