केबल और डी टी एच आपरेटर्स के लिए ख़ुश आइंद नहीं

नई दिल्ली, 01 मार्च: मर्कज़ी बजट 2013 केबल और डी टी एच आपरेटर्स के लिए इस मर्तबा ख़ुश आइंद नहीं है। सीट टाप बॉक्सेस पर दरआमदी महसूल (इम्पोर्ट ड्यूटी) को 5% से बढ़ाकर 10% कर दिया गया है। मुल्क में तकरीबन सौ फीसदी तौर पर सीट टाप बॉक्स दरआमद किए जा रहे हैं, इस का रास्त असर ना सिर्फ़ आपरेटर्स पर पड़ेगा बल्कि इज़ाफ़ी लागत सारफ़ीन को मुंतक़िल की जाएगी।

डेजेटलाइज़ेशन को हुकूमत ने लाज़मी किया है जिस की केबल सनअत ने भी ताईद की है फिर भी इस इज़ाफे से कम-अज़-कम 6-7 फ़ीसद का बोझ बढ़ेगा जिस के बाइस कीमतों में इज़ाफ़ा सारफ़ीन को बर्दाश्त करना पड़ेगा। अगर सिर्फ़ मरहला दोम का हिसाब लगाएं तो हमें 20 मिलियन सीट टाप बॉक्स की ज़रूरत होगी और इस से फ़ी बॉक्स 100 रुपये का फ़र्क़ पड़ेगा जिस का मतलब ये हुआ कि अक़ल तरीन 200 करोड़ रुपये का बोझ आपरेटर्स पर पड़ेगा जिस को वो सारफ़ीन को मुंतक़िल करदेंगे।

सीट टाप बॉक्स के बाइस बर्क़ी खपत भी बढ़ेगी चूँकि उन को चलाने फ़ी बॉक्स माहाना 18-20 वाट्स बर्क़ी सिर्फ़ होगी। एक मुक़ामी केबल ऑपरेटर ने बताया कि उन्हें सारफ़ीन से वसूली से पहले ही अपने टाप लाईन के 32% टेक्स के तौर पर अदा करदेना पड़ता है।