तिरुअनंतपुरम 8 फेबरवरी (पी टी आई) केराला असैंबली के सदर जी कारतिकयान ने अप्पोज़ीशन एल डी एफ़ को 4 ख़ातून अरकान असैंबली की आज सख़्त सरज़निश की जो सूर्य नीली इजतिमाई इस्मत रेज़ि वाक़िये के ख़िलाफ़ नारे बाज़ी करते हुए कुर्सी-ए-सदारत तक पहूंच गई थीं।
इस रियासत से वाबस्ता राज्य सभा के नयाब सदर प्रोफ़ैसर पी जे कोरियन का नाम 17 साल पहले पेश आए एक नाबालिग लड़की की मुसलसल 40 दिनों तक मुबय्यना इजतिमाई इस्मतदरी के वाक़िये में लिया जा रहा है। हालाँकि पहले 42 मुल्ज़िमीन की फ़हरिस्त से प्रोफ़ैसर कोरियन नाम ख़ारिज कर दिया गया था।
सदर कारतिकयान ने एवान के ज़ाबता अख़लाक़ के क़वानीन के मुताबिक़ के के लतीका, अंग पोटी, के एस सालीखा (तमाम सी पी आई कट) और जमीला प्रकासम (जे डी एस) की सरज़निश की। कारतिकयान ने वक़फ़ा सिफ़र के दौरान अपने फ़ैसले का एलान करते हुए कहा कि कुर्सी-ए-सदारत मुख़्तलिफ़ मामलात पर मैंबरान के हक़ में एहतेजाज मुख़ालिफ़ नहीं है।
लेकिन एवान में बोलने और चलने के आदाब और सरहद भी होते हैं। मैंबरान को चाहीए कि वो ज़ाबता अख़लाक़ पर अमल करें। इजतिमाई इस्मत रेज़ि के मामले में रियास्ती असैंबली के नयाब सदर प्रोफ़ैसर पी जे कोरियान के मुबय्यना मुलव्विस होने का इल्ज़ाम आइद करते हुए बाएं बाज़ू की जमातों से मुताल्लिक़ ख़वातीन कारकुनों ने एहतिजाज धरना मुनाक़िद किया था।
इस दौरान पुलिस की तरफ़ से बाएं बाज़ू की दो ख़वातीन अरकान असैंबली से पुलिस बदसुलूकी की गई थी जिस के ख़िलाफ़ पार्लीमैंट में आज चार मैंबरान असैंबली ने मुख़ालिफ़त की थी।