रियासत केरला में अब बड़ी होटलों और रेस्टोरानों के इंतिज़ामिया ने ये फ़ैसला किया है कि वो अपनी होटलों को सिगरेट नोशी से पाक इमारत में तबदील करदेंगे जिस का मक़सद होटल के मुलाज़मीन और ग्राहकों को सिगरेट नोशी के असरात से महफ़ूज़ रखता है।
इस सिलसिला में कई एसोसीएशणस जैसे केरला होटल्स ऐंड रेस्टोरंट्स एसोसीएशण (KHRA), साउथ इंडिया होटल्स ऐंड रेस्टोरनटस एसोसीएशणस और साउथ केरला होटीलीर्स फ़ोर्म (SKHF) ने हालिया एक अहम इजलास में सिगरेट नोशी पर पाबंदी से मुताल्लिक़ इत्तिफ़ाक़ राय से क़रारदाद मंज़ूर की और मीडिया को भी इस फ़ैसला से खबर कर दिया गया।
मंसूबा के मुताबिक़ होटल्स और रेस्टोरंट्स में मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर सिगरेट नोशी पर पाबंदी के बड़े बड़े बोर्डस लगाए जाऐंगे जबकि ग्राहकों के इलावा होटल के मुलाज़मीन को भी डयूटी पर मौजूद रहते हुए सिगरेट नोशी की इजाज़त नहीं होगी। KHRA के रियासती सदर सुरेश कुमार ने बताया कि तंबाकू के धूऐं में एक दो नहीं बल्कि 250 मुज़िर कैमीकल्स होते हैं जिसे साबित भी किया जा चुका है।
इन कैमीकल्स से फेफड़ों का कैंसर, क़ल्ब पर हमला, दमा और बच्चों में सांस लेने में दुशवारी जैसी बीमारियां पैदा होती हैं।
दूसरी तरफ़ होटल सनअत के एक सीनियर क़ाइद चनदरसैन नायर ने कहा कि होटल सनअत ने समाजी बहबूदी के कामों में हमेशा ख़ुद को आगे आगे रखा और अब अवामी सेहत की जानिब तवज्जो देते हुए ये फ़ैसला किया है कि होटल्स में भी ग्राहकों और मुलाज़मीन को सिगरेट नोशी या तंबाकू नोशी से बाज़ रखा जाये।
अलबत्ता सिगरेट नोशी के लिए होटल्स में मख़सूस जगह फ़राहम की जाएगी जहां की तरजेतामीर कुछ इस अंदाज़ की होगी कि वहां सिगरेट नोशी करने पर दीगर अफ़राद पर इस का असर नहीं होगा। होटल्स में जुमला 30 कमरे ऐसे होंगे जहां सिगरेट नोशी की जा सकती है जबकि रेस्टोरंट्स से मुल्हिक़ा काफ़ी हाउसिस, पब्स और बार्स में 30 नशिस्तें या इस से ज़ाइद फ़राहम की जाएंगी जहां सिगरेट नोशी की जा सकती है।