कूची, 08 जनवरी:( पीटीआई) ख़लीजी ममालिक में केरला के बाशिंदों को अपने मसाइल पेश करने एक प्लेटफार्म फ़राहम करने एन आर आई पर मुश्तमिल एक मुनफ़रद सेशन का इनइक़ाद किया गया जबकि प्रवास भारतीय दीवस का आज आग़ाज़ हुआ ।
अपने इफ़्तिताही ख़िताब में मर्कज़ी वज़ीर बराए समुंद्र पार उमूर वीलार रवी ने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत और हुकूमत केरला ख़लीजी ममालिक में बरसर-ए-कार मर्द-ओ-ख़वातीन के मसाइल पर तवज्जा दें और मंदूबीन से दरख़ास्त की कि वो अपनी मुश्किलात और मसाइल को बिला झिझक पेश करें ।
उन्होंने कहा कि ये बात भी अपनी जगह मुस्लिमा है कि एन आर आईज़ ( NRIs) के कुछ मसाइल की यकसूई ज़रूर की गई है लेकिन कुछ मसाइल हनूज़ हल तलब हैं । सेशन के दौरान जो भी मसाइल सामने आयेंगे उन्हें ,मर्कज़ी काबीना में वज़ीर-ए-आज़म के साथ तबादला-ए-ख़्याल करते हुए हल करने की कोशिश की जाएगी ।
अपने कलीदी ख़िताब के दौरान वज़ीर-ए-आला केरला ओम्मेन चंडी ने कहा कि बैरूनी ममालिक में रिहायश पज़ीर एन आर आईज़ ( NRI’s) को हक़ राय दही का इस्तेमाल करने की अजादी देना किसी कारनामे से कम नहीं । मुमलिकती वज़ीर बराए उमूर ख़ारिजा ई अहमद ने कहा कि ग़ैर हुनरमंद वर्कर्स को हुनरमंद बनाने के मूसिर इक़दामात किए जा रहे हैं और इसके लिए हुकूमत केरला को भी पेशरफ्त करनी चाहीए ।
दरीं असना केरला के वज़ीर बराए ग़ैर रिहायशी केरला राईट्स उमूर के सी जोज़िफ ने कहा कि हुकूमत इस बात के लिए भी कोशां है कि पंचायत और मजालिस मुक़ामी इंतेख़ाबात में भी एन आर आईज़ को हक़ राय दही का इस्तेमाल करने की इजाज़त दी जाये । इस सिलसिला में जल्द ही एक बिल पेश किया जाएगा ।