केरल विधानसभा मवेशी समस्या 8 जून को बैठक

तिरुवनंतपुरम: केरल मंत्रिमंडल ने आज फैसला किया कि एक दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र 8 जून को हासिल‌ किया जाएगा, जिसका विषय केंद्र से मवेशी बाजार में यज्ञ के लिए पशुओं की खरीदी बिक्री पर लगाया रोक से संबंधित समस्याए होगी। राज्य मंत्री वन वे नए मवीशियान के राजू ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार अंतिम फैसला करेगी कि इस मामले में अधिक क्या कार्रवाई की जा सकती है।

यही सदन के चर्चा प्राथमिक मामला होगा। विभिन्न वैकल्पिक सहित सुप्रीम कोर्ट से उल्लेख होना और राज्य की सीमाओं के लिए कानून पर सरकार विचार कर रही है। अभी अंतिम फैसला सदन के सदस्यों के निर्देशांक नज़र उन्मुखीकरण के बाद भी किया जाएगा। माकपा आभरकयादत केरल एल पीडीएफ सरकार पहली सरकार थी, जिसने घोषणा का विरोध किया और कहा कि यह राज्य अधिकार में ग़ैर मजाज़ हस्तक्षेप है और राज्य सरकार ने संघीय नियमों के खिलाफ जाने का फैसला किया।

राज्य मंत्री ने कहा कि विधानसभा एक प्रस्ताव पारित करेगी जो केंद्र के फैसले के खिलाफ होगी। पालकड़ जो पड़ोसी राज्य तमिलनाडु से कनेक्ट, तनाव सूचना के मद्देनजर जबकि कुछ लोगों ने कथित तौर पर सीधे में पशुओं स्थानांतरण नाकाबंदी कर दी थी। राजू ने कहा कि इस समस्या से देशव्यापी स्तर पर तनाव पैदा हो गया है।

केवल पालकड़ ने ही नहीं मौजूदा परिस्थितियों में तनाव को खत्म करने के लिए सबसे अच्छा तरीका ये है कि केंद्र घोषणा से वापस हो या पशुओं समस्या स्थगित कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के विचार में घोषणा मांस और डेयरी फार्म क्षेत्रों को बुरी तरह प्रभावित करेगा जहां न्यूनतम 5 लाख लोगों बरसरकार हैं।

15 लाख पशुओं का सिर केरल हर साल स्थानांतरित किए जाते हैं। ढाई लाख टन मांस मालियती 6552 करोड़ रुपये राज्य में हर साल बिक्री होता है।