त्रिवंतपुरम: केरल में सत्ताधारी पार्टी ने आरएसएस की तुलना आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इस्लामिक स्टेट पर राज्य में सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया है। पार्टी का आरोप है कि दोनों संगठन राज्य में धार्मिक सांप्रदायिकता फैला रहे हैं। इन शक्तियों से लड़ने के लिए सीपीएम सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एक मंच पर लाएगा।
जनसत्ता की खबरों के अनुसार मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव कोदेएरी बालकृष्ण ने दोनों संगठनों से लोगों को सावधान रहने के सलाह दी है। उन्होंने कहा कि, ” संघ अपने हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ा रहा है वहीं इस्लामिक स्टेट की विचारधारा इस्लामिक चरमपंथ को हवा देना है।
उल्लेखनीय है कि केरल से इस्लामिक स्टेट में भर्ती होने गए कई लोगों की खबर कई बार इस साल सामने आईं हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने जुलाई में विधानसभा को सूचित किया कि कुल मिलाकर 21 लोग राज्य से लापता हैं । विजयन ने विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला द्वारा इस विषय को उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने इसके जवाब में बताया कि प्रारंभिक उपलब्ध जानकारी के अनुसार इन 21 युवकों में से 17 कासरगोड और चार पलक्कड़ से हैं। इसके अलावा नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने केरल से छह लोगों को भारत में आतंकवादी हमले की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया। और भारत, अफगानिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात की खुफिया एजेंसियां अब्दुल्ला नाम के व्यक्ति की तलाश कर रही हैं।
राज्य सरकार पर आईएस के बढ़ते प्रभाव को रोकने के दबाव है ऐसे में सरकार ने संघ से आईएस को जोड़ कर अपनी बात की।