केेेेसीआर की काबीना में 11 व़जीर

सदर तेलंगाना राष़्ट्र समिति के चंद्रशेखर राव ने रियासत तेलंगाना के पहले चीफ़ मिनिस्टर की हैसियत से ओहदे का हलफ़ लिया। तेलंगाना चीफ़ मिनिस्टर और काबीनी वुज़रा को ओहदे-ओ-राज़दारी का हलफ़ दिलाने राज भवन के सब्ज़ा ज़ार पर तक़रीब मुनाक़िद हुई। गवर्नर ई एस ईल नरसिम्हन ने चंद्रशेखर राव को चीफ़ मिनिस्टर की हैसियत से हलफ़ दिलाया।

तक़रीब मुक़र्ररा वक़्त से दो मिनट ताख़ीर से शुरू हुई और (35) मिनट जारी रही। चंद्रशेखर राव ने तेेलुगु ज़बान में भगवान के नाम पर अपने ओहदे का हलफ़ लिया। उनके हमराह ग्यारह (11) काबीनी वुज़रा को भी नरसिम्हन ने ओहदे-ओ-राज़दारी का हलफ़ दिलाया।

के चंद्रशेखर राव को बहैसीयत चीफ़ मिनिस्टर हलफ़ बर्दारी की मुनाक़िदा तक़रीब में मुख़्तलिफ़ जमातों के सियासी क़ाइदीन समेत साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर एन भास्कर राव, साबिक़ स्पीकर एन मनोहर, सदर नशीन क़ानूनसाज़ कौंसल चक्रपानी, सदर बी जे पी किशनरेड्डी , एम शशिधर रेड्डी नायब सदर नशीन इंसिदाद क़ौमी आफ़ात समावी, बंडारू दत्तात्रेय और दीगर मौजूद थे।

ग्यारह रुक्नी काबीना में अक़लियती नुमाइंदे की हैसियत से महमूद अली को शामिल किया गया जबकि राजेंद्र , पदमा राव , जोगू रामना को पसमांदा तबक़ात की हैसियत से नुमाइंदगी दी गई। डाक्टर के राजैया को दर्जेे फ़हरिस्त अक़्वाम तबक़ा से नुमाइंदगी दी गई और हरीश राव , के टी रामा राव को वेलमा तबक़े से नुमाइंदगी दी गई और बी श्रीनिवास रेड्डी, पी महेंद्र रेड्डी, जगदीश्वर रेड्डी , एन नरसिम्हा रेड्डी को रेड्डी तबक़े से नुमाइंदगी दी गई।

बताया जाता है कि मिस्टर चंद्रशेखर राव की काबीना में मिस्टर जगदीश्वर रेड्डी ही पहली मर्तबा मुंख़बा रुक्ने असेंबली हैं जबकि दीगर तमाम अरकान असेंबली-ओ-साबिक़ वुज़रा की हैसियत से तजुर्बा रखते हैं। तेलंगाना काबीना में (18) वुज़रा की शमूलीयत की गुंजाइश है , लेकिन मिस्टर राव के बिशमोल जुमला (12) वुज़रा पर मुश्तमिल काबीना तशकील दी गई है और (6) वुज़रा को शामिल करने गुंजाइश बाक़ी है।