हैदराबाद 30 जून:तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर्स चन्द्रशेखर राव और चंद्रबाबू नायडू का एक माह की कशीदगी के बाद 30 जून को एक दूसरे से आमना सामना होसकता है।
सदर जमहूरीया परनब मुखर्जी 10 दिन के दौरे पर आज हैदराबाद पहुंचे हैं। गवर्नर नरसिम्हन ने 30 जून को राज भवन में सदर जमहूरीया के लिए डिनर का एहतेमाम किया है जिस में उन्होंने तेलंगाना के चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव और आंध्र प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर चंद्रबाबू नायडू के अलावा दोनों रियासतों के वुज़रा को मदऊ किया है। नोट बराए वोट स्कॅम टेलीफ़ोन टैपिंग और सेक्शन 8 के मसले पर दोनों रियासतों में सियासी तूफ़ान है और दोनों चीफ़ मिनिस्टर्स एक दूसरे के ख़िलाफ़ हैं।
नोट बराए वोट मुआमले में तेलंगाना ए सी बी चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश को नोटिस जारी करने का जायज़ा ले रही है। चंद्रबाबू नायडू के टेलीफ़ोन आवाज़ की एफ़ एस एल में जांच भी कराई गई है। दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के ख़िलाफ़ 88 मुक़द्दमात दर्ज किए गए हैं और उसकी जांच के लिए हुकूमत आंध्र प्रदेश ने एस आई टी तशकील दी है।
इन दोनों मुआमलत के दरमियान दोनों रियासतों के वुज़रा ने एक दूसरे पर तन्क़ीद की है।
एसे में क्या दोनों चीफ़ मिनिस्टर्स गवर्नर की तरफ से सदर जमहूरीया के एज़ाज़ में दिए जाने वाली डिनर पार्टी में शिरकत करेंगे अगर शिरकत भी करें तो क्या दोनों एक दूसरे से हाथ मिलाईंगे ? या डिनर में शिरकत करने के बावजूद दोनों एक दूसरे को नजरअंदाज़ करेंगे। ये एसे सवालात है जिस का 30जून को ही जवाब मिल सकता है।