के टी आर का असली चेहरा बेनकाब

साबिक़ रियासती वज़ीर‍ ओ‍ एम एलसी मुहम्मद अली शब्बीर ने कामारेड्डी में सहाफ़ीयों से बातचीत करते हुए कहा कि वज़ीर पंचाएती राज के टी आर के दौरे के मौके पर बाईक रियाली में टी आर एस कारकुन महान काली की हलाकत की इत्तेला के बावजूद भी के टी आर लाश का दीदार करना मुनासिब नहीं समझा और ना ही उनके अराकीने ख़ानदान से मुलाक़ात की।

उन्होंने कहा कि इस से ये साफ़ ज़ाहिर हो रहा हैके टी आर एस हुकूमत को कारकुनों से कोई हमदर्दी नहीं है। मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि के टी आर ने कामारेड्डी में जलसे को मुख़ातिब करते हुए तेलंगाना की तशकील में कांग्रेस के वजूद को नर्स से ताबीर करते हुए नर्स के पेशे की हतक की है जबकि नर्स या दायमां का पेशा भी एहमीयत का हामिल है।

उन्होंने कहा कि के टी आर भी अपने वालिद की तरह कांग्रेस के ख़िलाफ़ बयानबाज़ी करते हुए अपनी असलीयत को ज़ाहिर कर रहे हैं। तेलंगाना की तशकील के बाद के सी आर के टी आर अपने अराकीने ख़ानदान के साथ सोनीया गांधी से मुलाक़ात करते हुए इज़हार-ए-तशक्कुर किया था।

इस बात को फ़रामोश करने पर मुहम्मद अली शब्बीर ने अफ़सोस का इज़हार क्या। इस मौके पर सदर नशीन बलदिया शशोमा-ओ-दुसरे भी मौजूद थे।