राज भवन हैदराबाद में हंगामी सूरत-ए-हाल में तर्तीब दी गई तक़रीब में सीनीयर दलित क़ाइद-ओरुकने पार्लीमान के श्री हरी ने तेलंगाना के वज़ीर हैसियत से हलफ़ लिया। गवर्नर रियासत तेलंगाना ई एस एल नरसिम्हन ने के श्री हरी को ओहदे और राज़दारी का हलफ़ दिलाया। हलफ़ बर्दारी के बाद के श्री हरी को डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर फ़ाइज़ करते हुए वज़ीर-ए-ताअलीम की ज़िम्मेदारी सौंपी गई।
तक़रीब हलफ़ बर्दारी में चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव, डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर उमूर बराए रेवेन्यू-ओ-रजिस्ट्रेशन ऐंड स्टैम्प्स मुहम्मद महमूद अली, डिप्टी स्पीकर तेलंगाना क़ानूनसाज़ असेंबली पदमा देवेंद्र रेड्डी, वज़ीर आबपाशी टी हरीश राव, वज़ीर पंचायत राज-ओ-इन्फ़ार्मेशन टेक्नालोजी के टी रामा राव, वज़ीर-ए-तवानाई लकशमा रेड्डी, वज़ीर कमर्शियल टैक्स टी श्रीनिवास यादव, वज़ीर इमारात-ओ-शवारा टी नागेश्वर राव, ई राजिंदर, वज़ीर नशा बंदी-ओ-आबकारी पदमा राव के अलावा दुसरे वुज़रा,अरकाने पार्लीमान, अरकाने असेंबली ओ कौंसिल तेलंगाना राष़्ट्रा समीती के केशव राव, के कवीता और दुसरे बाज़ अहम क़ाइदीन भी शरीक थे।
श्री हरी ने हलफ़ बर्दारी के बाद मीडीया से बात करते हुए कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव के आशीर्वाद से बहैसीयत वज़ीर हलफ़ लिया गया, जब कि अवामी जद्द-ओ-जहद के ज़रीये अलाहिदा रियासत तेलंगाना हासिल की गई। इस जद्द-ओ-जहद में वो भी बराबर के शरीक रहे।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना को सुनहरे तेलंगाना में तबदील करने वो चीफ़ मिनिस्टर की हिदायात पर एक सिपाही की तरह अपनी ख़िदमात अंजाम देंगे।