टी आर एस के सरब्राह के चन्द्र शेखर राव 26 दिसंबर को सदर जम्हूरीया परनब मुखर्जी से मुलाक़ात करेंगे। इस मुलाक़ात में रियासत की तक़सीम के अमल को तेज़ करने की अपील की जाएगी।
इस के इलावा रियास्ती असेंबली को रवाना कर्दा तेलंगाना मुसव्वदा बिल में शामिल बाअज़ उमूर के सिलसिले में नुमाइंदगी की जाएगी। टी आर एस के ज़राए ने बताया कि सदर जम्हूरीया ने 26 दिसंबर को मुलाक़ात के लिए के सी आर को वक़्त दिया है।
ज़राए ने मज़ीद बताया कि रियास्ती असेंबली में तेलंगाना मुसव्वदा बिल पर मुबाहिस की जल्द तकमील और उसे दोबारा सदर जम्हूरीया को वापिस करने का अमल तेज़ करने के सिलसिले में वो परनब मुखर्जी से नुमाइंदगी करेंगे।
तवक़्क़ो है कि चन्द्र शेखर राव मुसव्वदा बिल में शामिल बाअज़ क़ाबिले एतराज़ उमूर के बारे में पार्टी के मौक़िफ़ से भी वाक़िफ़ कराएंगे और इस सिलसिले में तहरीरी तौर पर याददाश्त पेश की जाएगी।
टी आर एस ने तेलंगाना मुसव्वदा बिल में तक़रीबन 11 ऐसे उमूर की निशानदेही की है जो तेलंगाना रियासत के लिए नुक़्सानदेह हैं और इस सिलसिले में टी आर एस पहले ही अपने एतराज़ात से मर्कज़ी हुकूमत को वाक़िफ़ करवा चुकी है।
टी आर एस ने रियास्ती असेंबली में मुसव्वदा बिल पर मुबाहिस ना होने की सूरत में तहरीरी तौर पर अपना मौक़िफ़ पेश करने का फ़ैसला किया है। अलग़र्ज़ 31 दिसंबर को हैदराबाद के दौरा से वापिस होने से क़ब्ल रियासत की तक़सीम के मसअले पर दोनों इलाक़ों के क़ाइदीन और अवाम की राय से सदर जम्हूरीया वाक़िफ़ हो जाएंगे।