के सी आर की दूर अंदेशी के सबब तेलंगाना में बर्क़ी का मुस्तहकम मौक़िफ़

हैदराबाद 06 अक्टूबर: चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव‌ की दूर अंदेशी जेनको और ट्रांस्को ओहदेदारों की जुस्तजू-ओ-मेहनत की वजह से रियासत तेलंगाना में किसी बर्क़ी कटौती के बग़ैर ज़रई शोबा-ओ-घरेलू सारिफ़ीन वग़ैरा को बर्क़ी सरबराही मुम्किन हो सकी और किसानों में अपनी ज़रई सरगर्मीयों को जारी रखने में हिम्मत पैदा हो सकी।

पिछ्ले 60 साल के दौरान मुत्तहदा रियासत आंध्र प्रदेश हुकूमतों में धोका खाते हुए किसानों को हर लिहाज़ से बचाने और मुम्किना मदद करने के लिए चीफ़ मिनिस्टर ने जामा मन्सूबा जात मुरत्तिब किए।तेलंगाना क़ानूनसाज़ असेंबली में बर्क़ी के मस्ले पर हुए मुख़्तसर मुद्दती मबाहिस के मौके पर बात करते हुए वज़ीर-ए-तवानाई जगदीश रेड्डी ने ये इज़हार-ए-ख़याल किया और बताया कि रियासत की तक़सीम के बाद तेलंगाना में बर्क़ी की क्या सूरत-ए-हाल पैदा हुई इस से तमाम अप्पोज़ीशन जमातें बख़ूबी वाक़िफ़ हैं।

जगदीश रेड्डी ने कहा के आंध्र प्रदेश से हमको ( तेलंगाना को ) 1559 मैगावाट बर्क़ी हासिल हुई है और मर्कज़ से रियासत तेलंगाना को 2038 मैगावाटस बर्क़ी हासिल हो रही है।