करीमनगर 09 जुलाई चीफ़ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव का दो रोज़ा दौरा करीमनगर के दौरान एक अंदाजे के मुताबिक़ 50 करोड़ रुपये के मसारिफ़ पेश आए। माहौलियात की हिफ़ाज़त के लिए हरीता हरम को दुनिया का तीसरा बड़ा प्रोग्राम के सी आर ने एलान किया।
सवाल पैदा होता हैके हरीता हरम के नाम पर इस क़दर कसीर रक़म के ख़र्च का कोई हिसाब किताब भी है या नहीं और आया इस प्रोग्राम से कुछ फ़ायदा हासिल होरहा है या नहीं।
करीमनगर ज़िला कांग्रेस पार्टी सदर के मर तंजीम ने अपने घर पर मुनाक़िदा प्रेस कांफ्रेंस में मीडीया नुमाइंदों से बातचीत करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया।
उन्होंने कहा कि हरीता हरम प्रोग्राम की कामयाबी के लिए चीफ़ मिनिस्टर ने कोई कुल जमाती मीटिंग तलब नहीं किया और अप्पोज़ीशन से कोई सलाह मश्वरह नहीं किया। उन्होंने कहा कि आया के सी आर ने हरीता हरम प्रोग्राम के सिलसिले में महिकमा जंगलात, सैनिटरी ज़िला इंतेज़ामीया, ओहदेदारों के साथ बातचीत भी की है या नहीं! उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम से पहले जिन उमूर की तकमील का वादा के सी आर ने किया था आया उनकी तकमील हुई है या नहीं और अगर तकमील नहीं हुई है तब उनकी क्या वजूहात हैं।
उन्होंने कहा कि के सी आर ने करीमनगर का दौरा करते हुए यहां शब बसरी की लेकिन मुस्तक़र करीमनगर पर कोई बात नहीं की जबकि करीमनगर को न्यूयार्क, लंदन की तर्ज़ पर तरक़्क़ी देने का वादा के सी आर करके एक साल होचुका है ताहम यहां सड़कें इंतेहाई ख़स्ता होचुकी हैं। डरेंज सिस्टम पूरी तरह ख़राब होचुका है।