के सी आर के साथ बातचीत के ज़रीये मसाइल हल करने चंद्रबाबू का अह्द

आंध्र प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर-ओ-सदर तेलुगू देशम एन चंद्रबाबू नायडू ने ओहदा चीफ़ मिनिस्ट्री पर फ़ाइज़ होने के बाद पहली मर्तबा पुराना शहर का दौरा किया। उनके हाथों कोटला आलीजाह के बाजाबर फंक्शन हाल में ग़रीबों में चावल, साड़ियों और ज़कात की तक़सीम-ए-अमल में आई।

वाज़िह रहे कि तेलुगू देशम के सीनीयर क़ाइद इबराहीम बिन अबदुल्लाह मसक़ती माह रमज़ान उल-मुबारक में ग़रीबों में चावल, साड़ियां और ज़कात की तक़सीम-ए-अमल में लाते हैं और कई बरसों से सदर तेलुगू देशम एन चंद्रबाबू नायडू इस मौके पर मौजूद रहते हैं। उन्होंने तक़रीबन एक घंटा वहां गुज़ारा और अपने हाथों से ग़रीब ख़वातीन में साड़ियां, चावल तक़सीम किए।

इस मौके पर आंध्र प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि में आंध्र प्रदेश का चीफ़ मिनिस्टर हूँ लेकिन मुझे हैदराबाद से बहुत लगाव है और इस शहर की मैंने बरसों ख़िदमत की। उसे तरक़्क़ी की राह पर लाया। उन्होंने अलाहिदा रियासत तेलंगाना और आंध्र के माबैन बाज़ मसाइल पर जारी तात्तुल का हवाला देते हुए कहा कि ये मसाइल तेलंगाना के चीफ़ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव से बातचीत के ज़रीयये हल किए जा सकते हैं।

जहां तक तरक़्क़ी का सवाल है मिल जुल कर ही दोनों रियासतें तरक़्क़ी करसकती हैं। उन्होंने ये भी कहा कि शहरे हैदराबाद से ही दोनों रियासतों की पहचान है। दुनिया में नाम है। उन्होंने बार बार यही कहा कि तसफ़ीया-ए-तलब मसाइल को बातचीत के ज़रीये हल किया जा सकता है।

उन्होंने अवाम से कहा कि में बराबर आप लोगों की ख़िदमत करता रहूँगा और अवामी ख़िदमत ही मेरा मक़सद है। इस मौके पर मौजूद ऐडीटर सियासत ज़ाहिद अली ख़ां ने कहा कि अगर हमारे मुल्क में हिन्दी की चार रियासतें होसकती हैं तो तेलुगु की दो रियासतें क्यूं नहीं होसकती?

उन्होंने चंद्रबाबू नायडू और के चंद्रशेखर राव को मश्वरह दिया कि पानी, बिजली, फ़ीस बाज़ अदायगी, पेशावराना तालीमी इदारों में दाख़िलों और दुसरे मसाइल को बातचीत के ज़रीये हल करें।

दोनों रियासतें की तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली के लिए इख़तिलाफ़ात का ख़ातमा ज़रूरी है।ज़ाहिद अली ख़ां ने आंध्र प्रदेश में मुसलमानों की तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाने की चंद्रबाबू नायडू को तवज्जा दिलाते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश में राइलसीमा, तेलंगाना की तरह बछड़ा इलाक़ा है वहां मुसलमानों की कसीर आबादी है। इस रियासत में मुसलमानों की तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाते हुए उन्हें तालीमी और मआशी शोबा में आगे बढ़ाना होगा और जहां तक तेलंगाना और आंध्र के मुसलमानों की तालीमी-ओ-मआशी तरक़्क़ी का सवाल है वो बहैसीयत सहाफ़ी हमेशा आगे रहेंगे।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के सी आर और चीफ़ मिनिस्टर आंध्र प्रदेश चंद्रबाबू नायडू को दो भाईयों की तरह मसाइल हल करने का मुख़लिसाना मश्वरह दिया। बाजाबर फंक्शन हाल एतेबार चौक में ढाई ता तीन हज़ार ख़वातीन मौजूद थीं।

साबिक़ ऐम एलसी इबराहीम बिन अबदुल्लाह मसक़ती ने अपने ख़िताब में कहा कि आंध्र प्रदेश के ओहदा चीफ़ मिनिस्ट्री पर फ़ाइज़ होने के बाद चंद्रबाबू पहली बार पुराना शहर आए हैं। तेलंगाना और आंध्र अलाहिदा होचुके हैं लेकिन उन्हें भाईयों की तरह मिल जुल कर अपने मसाइल हल करने होंगे।