के सी आर के ख़िलाफ़ किसानों का इज़हार ब्रहमी

नई रियासत तेलंगाना में टी आर एस की तरफ से तशकीले हुकूमत पर तेलंगाना के वाम ख़ासकर किसानों में ज़बरदस्त जोश-ओ-ख़ुरोश पैदा हुआ था लेकिन इन का ये जोश-ओ-ख़ुरोश अचानक रफू होगया अब इन में के चन्द्रशेखर राव के ख़िलाफ़ नाराज़गी पैदा होगई है।

के सी आर नज़म-ओ-नसक़ ने किसानों के कर्ज़ों को मशरूत माफ़ करने का एलान किया तो किसान बिरादरी नाराज़ होगई है। तमाम किसानों के लिए ज़रई क़र्ज़ को एक लाख तक माफ़ करने टी आर एस सरबराह चंद्रशेखर राव का चुनाव वादा था।

टी आर एस ने अपने मंशूर में भी यही वादा किया था चुनाव मुहिम के दौरान भी चन्द्रशेखर राव ने अपनी तक़रीर में बार बार यही वादा दुहराया था कि किसानों के कर्जे़ माफ़ किए जाऐंगे लेकिन अब के सी आर ने कर्ज़ों की माफ़ी के लिए शराइत रखे हैं। रियासती सरकारी ख़ज़ाने पर पड़ने वाले मालीयाती असरात को रोकने के लिए चन्द्रशेखर राव ने अपना ज़हन तबदील करलिया है।

इस से वो क़र्ज़ राहत स्कीम बराए किसान पर अमल आवरी से गुरेज़ करना चाहते हैं। वाज़िह रहे कि के सी आर ने चहारशंबा के दिन बैंकर्स से मुलाक़ात करते हुए अपनी पसंदीदा क़र्ज़ राहत स्कीम पर तबादला-ए-ख़्याल और मालीयाती इदारों से तजावीज़ तलब की थीं।

इस मीटिंग में बैंकर्स ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर को अपने चुनाव वादे पूरे करने के लिए 6000 करोड़ रुपये दरकार होंगे लेकिन रियासती ख़ज़ाना इस बोझ का मुतहम्मिल नहीं होसकता लिहाज़ा चंद शराइत के साथ कर्ज़ों की माफ़ी की तजावीज़ पेश की गई हैं।इसी लिए के सी आर ने किसानों के कर्ज़ों को मशरूत तौर पर माफ़ करने का इशारा दिया है।