हैदराबाद 07 अक्टूबर:चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने आला ओहदेदारों के साथ मुनाक़िदा मीटिंग में सियासत के बानी आबिद अली ख़ां साहिब मरहूम का ज़िक्र किया और मुस्लमानों के मसाइल की यकसूई के सिलसिले में उनके जज़बे की सताइश की।
बावसूक़ ज़राए के मुताबिक़ मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात के आला ओहदेदारों के मीटिंग में अक़लियतों की बहबूद से मुताल्लिक़ उमोर पर गुफ़्तगु के दौरान चीफ़ मिनिस्टर ने ये कहते हुए आबिद अली ख़ां साहिब मरहूम का हवाला दिया कि सिद्दिपेट में रुकने असेंबली की हैसियत से उन्होंने सियासत के बानी को शादीख़ाने के इफ़्तेताह के लिए मदऊ किया था।
ओहदेदारों को मुनफ़रद स्कीमात की तैयारी का मश्ववेरह देते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि रियासत में मुस्लिम शादी ख़ानों की तामीर और इफ़तार पार्टीयों के इनइक़ाद का आग़ाज़ उनकी काविशों का नतीजा है।
सिद्दिपेट के तेलुगु देशम रुकने असेंबली की हैसियत से उन्होंने मुस्लिम शादीख़ाने तामीर किया था। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि सियासत के मौजूदा एडीटर ज़ाहिद अली ख़ां के वालिद आबिद अली ख़ां मरहूम को जो पदम-श्री थे, मैंने इफ़्तेताह के लिए मदऊ किया था। उन्होंने कहा कि अपने इंतेख़ाबी हलकके में पहली दावत इफ़तार का एहतेमाम उन्होंने किया था जिसमें सिर्फ 20 अफ़राद शरीक थे जबकि दूसरे साल 2000 अफ़राद ने शिरकत की।
इस बारे में जब इसवक़्त के चीफ़ मिनिस्टर एन टी रामा राव को पता चला तो उन्होंने तलब करते हुए शादीख़ाने की तामीर और दावत इफ़तार के बारे में मालूमात हासिल कीं। के सी आर की तजवीज़ पर एन टी रामा राव ने हर ज़िला में मुस्लमानों के लिए शादीख़ाने की तामीर की स्कीम को मंज़ूरी दी और सरकारी सतह पर दावत इफ़तार का आग़ाज़ हुआ। अपनी पुरानी यादों को ताज़ा करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने ओहदेदारों से कहा कि कोई एसा मुनफ़रद काम करें जो हमेशा के लिए बाक़ी रह जाये।