कैंसर ने बनाया हिन्दुस्तानी परबजोत को एक दिन का कनाडा प्रधानमंत्री

ओटावा: कैंसर से लड़ रहे एक तालिबे-इल्म ने हस्पताल में ईलाज के दौरान ख़ाहिश जताई कि उसे कनाडा का प्रधानमंत्री बनना है| जब वो ठीक हो कर आया तो इस विश को शायद भूल भी गया लेकिन कनाडा की मेक ए विश इदारा उसकी ख़ाहिश  को नहीं भुला और आख़िर-ए-कार  परबजोत लखनपाल को एक दिन के लिए कनाडा का प्रधानमंत्री  बनने का मौक़ा मिला|

अपने आपको यक़ीन दिलाने की कोशिश में चोटी काटते परबजोत ने कहा कि बतौर प्रधानमंत्री ओटावा में पार्लियामेंट हिल जाना उस के लिए हैरत अंगेज़‌ था| उसने ये भी कहा कि किसी भी और मुल्क में ऐसा नहीं हो सकता और इस के लिए ये एक ख़ूबसूरत ख़ाब जैसा था|

परबजोत ने कहा कि वो आगे आसुड लॉ स्कूल में कानून की पढ़ाई कर के तालीम हासिल कर सियासत में आना चाहता है ताकि वो मुल्क और मुल्क के बाशिंदों की ख़िदमत कर सके कनाडा की मेक ए विश फ़ाउंडेशन का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि मेक ए विश ने इसका ख़ाब पूरा कर दिया|

परबजोत के वालिद सुरेंद्र लखनपाल ने कहा कि परबजोत के ईलाज के ढाई साल के बाद उसे एक दिन मतला किया गया कि मेक ए विश फ़ाउंडेशन ने उनके बेटे की ख़ाहिश को पूरा करना मंज़ूर कर लिया है|

जिसके बाद वो अपनी बीवी और परबजोत को लेकर ओंटारियो के लिए रवाना हुए टोरंटो एयरपोर्ट पर पहुंचने के साथ ही मेक ए विश फ़ाउंडेशन और आरसीएमपी  के जवानों ने उनका इस्तेक़बाल किया इस के बाद पूरे क़ाफ़िले और लाव लश्कर  के साथ उनके ख़ानदान को पार्लियामेंट स्ट्रीट के पास मौजूद होटल चतेऊ लौरियर लाया गया जहां परबजोत को  प्रेसिडेंटल स्वीट में ठहराया गया और उनके लिए एक अलग कमरा दिया गया।

अगले दिन कनाडा के 28 वीं गवर्नर जनरल डेविड जॉनसन ने परबजोत का इस्तेक़बाल किया इस दौरान गवर्नर जनरल ने परबजोत के मुल्क कि तरक़्क़ी को लेकर उस के ख़्यालात भी सुने|