कैदी ने जेल में की खुदकुशी, थाना में तोड़फोड़

रांची : बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में जेरे गौर नाबालिग कैदी ने इतवार सुबह फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इसके मुखालिफत में कांके में जमकर हंगामा हुआ। मुश्तईल भीड़ ने कांके थाने पर हमला कर दिया। तोड़फोड़ और पथराव किया। मामला बिगड़ने पर पुलिस ने हवाई फायरिंग की और लाठियां भांजकर भीड़ को खदेड़ा। देर रात तक कांके और सुकुरहुटू इलाके में भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात था। पुलिस ने करीब 200 नामालूम लोगों के खिलाफ हमला, पथराव व सरकारी काम में रुकावट डालने का केस दर्ज किया है।

खुदकुशी की खबर मिलते ही सुकुरहुटू के सैकड़ों लोग कांके चौक पर जमा हो गए। थाने पर पथराव शुरू कर दिया। थाना अहाते में खड़ी कारों को पलट दिया। बाइक तोड़ डाले। टेबल-कुर्सी और कागजात फेंक दिया। थाने में मौजूद पांच पुलिस मुलाज़िम ने कमरे में बंद होकर जान बचाई। भीड़ ने सब इंस्पेक्टर सुखराम उरांव को घेर लिया। वे किसी तरह भीड़ से बच कर छत पर पहुंचे और छह राउंड फायरिंग की। इससे भीड़ कांके चौक पहुंची और वहां गाड़ियों में तोड़फोड़ की।

हंगामा बढ़ने के बाद क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) मौके पर पहुंची तो भीड़ ने पथराव किया। इसके बाद क्यूआरटी ने लाठीचार्ज कर दिया। लोगों को खदेड़कर पीटा। ख़वातीन को भी नहीं बख्शा। एक राउंड फायरिंग भी की। इस दौरान पथराव में दो जवानों को चोटें आई। पुलिस ने कुछ नौजवानों को हिरासत में लिया, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।

लड़के को 27 जुलाई को कांके पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में था। इतवार की सुबह सवा चार बजे वह कैदी टॉयलेट में गमछे के फंदे से लटका मिला। कांके पुलिस को इत्तिला दी गई। पुलिस रिम्स ले गई, जहां उसे मारे हुये का ऐलान कर दिया। पीर सुबह सुकुरहुटू में सुपुरदे खाक होगा।

लड़के के अहले खाना के मुताबिक वह नाबालिग था। उसकी पैदाइश 8 जनवरी 1998 थी। उसने 2012 में मैट्रिक पास की थी। गिरफ्तारी के वक़्त पुलिस को सर्टिफिकेट भी दिखाया था। वहीं जेल सुप्रीटेंडेंट अशोक चौधरी ने कहा कि मेडिकल जांच में उसकी उम्र 18 से 19 साल होने की तसदीक़ की गई है।