पटना 24 जुलाई : डीजल ग्रांट के लिए हुकूमत ने 769.0625 करोड़ की रक़म का बंदोबस्त किया है। हद्साती फसल मंसूबा बंदी के लिए 15.435 करोड़ की मंजूरी काबिना ने मंगल को दे दी है। बिचड़ा बचाने के लिए तीन आब पाशी पर 10 लीटर डीजल 25 रुपये फी लीटर ग्रांट मिलेगा। जहां रोपनी नहीं हो सकेगी, उन जिलों में कम दिनों में हाने वाले मुत्बादिल फसल के बीज किसानों को फराहम कराये जायेंगे। मुत्बादिल फसल के तौर पर अरहर, मक्का, मड़ुआ, बाजरा वगैरह के बीज किसानों को दिये जायेंगे।
मक्के के लिए अलग से सब्सिडी
इसके पहले जराअत वजीर नरेंद्र सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगले हफ्ता से किसानों को डीजल पर सब्सिडी दिया जायेगा। रियासत में गैर मामूली बारिश से धान की रोपनी रुकावट हो रही है। एक जून से 23 जुलाई तक आम से 23 फिसद कम बारिश हुई है। जुलाई में 39 फिसद कम बारिश हुई है। इससे महज़ 34 फिसद रोपनी ही हो सकी है। इसे देखते हुए जराअत महकमा ने किसानों को आब पाशी के लिए डीजल पर सब्सिडी देने का एलान की है। एक एकड़ के लिए 10 लीटर डीजल पर सब्सिडी देने का तजवीज है। 25 रुपये फी लीटर की शरह से डीजल पर सब्सिडी दिया जायेगा। हालांकि, इस साल डीजल की कीमत बढ़ने से सब्सिडी रक़म बढ़ाने पर गौर किया जा रहा है। मक्का की आब पाशी के लिए भी डीजल पर सब्सिडी दिया जायेगा। कम रोपनी होने से धान की पैदावारी हदफ़ 92 लाख टन हासिल करने में मुश्किल होगी।
34 लाख हेक्टेयर इलाके में धान की रोपनी का हदफ़ है। इसमें 25 लाख एकड़ में श्रीविधि से रोपनी का हदफ़ है। पांच लाख एकड़ के लिए किसानों को तीन हजार रुपये फी एकड़ की शरह से सब्सिडी देने की तजवीज है। इस साल पंचायतों में धान की कम्यूनिटी नर्सरी लगाने के लिए फी एकड़ साढ़े छह हजार रुपये सब्सिडी दिये गये हैं।