कैराना मामले पर संत समिति ने पेश की रिपोर्ट, भाजपा की आलोचना

लखनऊ: गुरुवार को पांच सदस्यी संत समिति ने उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री शिवपाल सिंह यादव को शामली जिले के कैराना से  “हिंदू पलायन” के मामले की रिपोर्ट सौंपी |

समिति में भारतीय संत समिति के अध्यक्ष प्रमोद कृष्णन, हिंदू महासभा के अध्यक्ष, चक्रपाणि शामिल थे, समिति   ने कहा कि समाज के सभी वर्गों के साथ बातचीत के बाद निष्कर्ष निकला है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव को नष्ट करने की खतरनाक साजिश रची जा रही थी।

उन्होंने कहा कि रिपोर्ट गोपनीय है और आशा व्यक्त कि राज्य सरकार ने इस पर कार्रवाई कर समस्याएं पैदा करने वाले को गिरफ़्तार करेगी |

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ कैराना मामले की जाँच के लिए उत्तर प्रदेश की सपा की सरकार द्वारा भेजी गई टीम ने पाया था कि इस इलाक़े से पिछले 10 वर्षों में 160 मुस्लिम परिवारों ने भी पलायन किया था |

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया था कि हिंदू परिवारों कैराना में अपने घरों को छोड़ने के लिए परेशान किया जा रहा था, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की रिपोर्ट पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह भी अनुमान लगाया था पलायन बड़े पैमाने पर हुआ है |

 

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि रिपोर्ट सरकार के पास है, उनकी पार्टी को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा इस मामले में विवेकपूर्ण कार्रवाई की उम्मीद है।