रांची 29 मई : झारखंड के तालिब इल्म इस बार इंटरमीडिएट साइंस में बहुत पीछे रह गये। गुजिस्ता साल के मुकाबले इस साल साइंस के रिजल्ट में तकरीबन 10 फीसद की कमी हुई है। सबसे खराब औसत स्कोर मैथ का रहा है। गुजिस्ता साल मैथ का औसत मार्क्स 41 था।
इस बार घट कर 37 तक ही रह गया। साइंस के दीगर मौजुआत में भी तालिब इल्म ने गुजिस्ता साल के मुकाबले काफी खराब कारकर्दगी किया है। बायोलॉजी के औसत मार्क्स में तीन पॉइंट्स की कमी दर्ज की गयी है। वहीं कमेस्ट्री और फिजिक्स में गुजिस्ता साल के मुकाबले 2-2 पॉइंट्स की कमी हुई है।
साइंस के तालिब इल्म की अंगरेजी सुधरी है। पर सबसे अफसोसनाक पहलू यह है कि किसी भी मौजू में औसत स्कोर 50 का आंकड़ा नहीं छू पाया। कॉमर्स में तालिब इल्म ने बेहतर कारकर्दगी किया है। गुजिस्ता साल के मुकाबले साढ़े चार फिसद की बेहतरी आई है। हालांकि कॉमर्स के अहम मौजू एकाउंट्स में बच्चों ने कुछ खास कामयाबी हासिल नहीं की। गुजिस्ता साल के मुकाबले इस बार भी 48 के औसत स्कोर तक महदूद रहे।
कॉमर्स के बच्चों की हिंदी कुछ कमजोर हुई है। अंगरेजी (औसत स्कोर 43) और बीएमटी (औसत स्कोर 47) में सुधार हुआ है। कॉमर्स में भी किसी मौजू में औसत स्कोर 50 तक नहीं पहुंच पाया।
आर्ट्स में मामूली बेहतरी
आर्ट्स में इस बार मामूली बेहतरी हुई है। गुजिस्ता साल (71.09 फीसद) के मुकाबले इस बार 72.92 फीसद बच्चे कामयाब रहे। आर्ट्स के बच्चों की हिंदी थोड़ी खराब हुई है। इकोनॉमिक्स में बच्चों ने ज्यादा मेहनत की है, इसमें औसत स्कोर तीन पॉइंट्स बढ़ा है। सोशियोलॉजी (औसत स्कोर 43) और हिस्ट्री (औसत स्कोर 45) में बच्चे गुजिस्ता साल से बेहतर नहीं कर पाये, तो गिरे भी नहीं है। सबसे ज्यादा राहत की बात यह रही कि आर्ट्स में दो मौजुआत साइकोलॉजी (औसत स्कोर 53) और जियोग्राफी (औसत स्कोर 56) में औसत स्कोर 50 से ज्यादा रहा है।