कोई विकल्प नहीं होने की वजह से कांग्रेस का हाथ थामा है- चन्द्रबाबू नायडू

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने महागठबंधन में शामिल होते ही बड़ा बयान दिया है। सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि कोई विकल्प नहीं होने की वजह से कांग्रेस का हाथ थामा है। हालांकि उन्होंने कहा कि तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने देश की राजनीति में अहम योगदान दिया है।

लोकतंत्र, संविधान और देश को बचाने के लिए हम सब एक जुट हुए हैं। प्रधानमंत्री के नाम पर महागठबंधन में कोई सहमति नहीं बनी है। आम चुनाव के बाद सभी पार्टियां मिलकर प्रधानमंत्री तय करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे पीएम बनने की कोई ख्वाहिश नहीं है।

अगर प्रधानमंत्री बनना होता तो 1996 में बन गया रहता। क्योंकि उस वक्त मेरे पास इसके लिए न्योता मिला था, लेकिन मैंने मना कर दिया था।
एक मीडिया कार्यक्रम में मोदी सरकार पर तंज कसते हुए नायडू ने कहा कि मौजूदा सरकार से पूरा देश परेशान है।

किसान, कारोबारी और आम आदमी सरकार की रीति और नीति से परेशान है। सरकार के नोटबंदी वाले फैसले पर भी सवाल खड़े करते हुए नायडू ने कहा कि एनडीए का हिस्सा था, तब भी मैंने नोटबंदी का विरोध किया था और अलग होने के बाद भी विरोध कर रहा हूं।

मैं नरेंद्र मोदी का विरोधी नहीं हूं। लेकिन उनकी नीतियां सही नहीं है। गोधरा दंगे के दौरान भी मैंने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध किया था।

मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणामों पर भी चर्चा करते हुए नायडू ने कहा कि मौजूदा समय में मोदी और एनडीए से लोगों का भरोसा उठ चुका है। देश के लोगों का फोन टैप किया जा रहा है। हमारी निजता खत्म हो चुकी है।

गौरतलब है कि महागठबंधन में पीएम के चेहरे को लेकर दबी जुबान से पार्टियों की ओर से सवाल उठने लगे हैं। जबकि डीएमके के नेता स्टालिन तो राहुल गांधी के नाम पर प्रस्ताव भी रख दिए हैं। पिछले दिनों चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान स्टालिन ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के चेहरा बताया।

साभार- ‘पत्रिका’